देहरादून । परियोजना के अन्तर्गत चार घटकों- सहकारिता, डेरी विकास, भेड़ बकरी एवं मत्स्य पालन क्षेत्रों की सहकारी समितियों / एम. पैक्स के माध्यम से उनके समग्र आर्थिक विकास की परिकल्पना कर किसानों / उत्पादकों की आय को दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है।
सहकारी समितियों को ग्रामीण आर्थिक विकास केंद्र के तौर पर विकसित करना, किसानों की आवश्यकतानुसार उनके क्षेत्रों में ढांचागत विकास, भंडारण गृह आदि का निर्माण परियोजना का लक्ष्य है एम. पैक्स के माध्यम से सामूहिक सहकारी खेती को बढ़ावा देकर किसानों का क्षमता निर्माण करना।
बंजर हो रही भूमि को सम्मिलित करते हुए कलस्टर आधारित सामूहिक सहकारी खेती को प्रोत्साहित करना। किसानों के उत्पादों का संग्रहण एवं भंडारण कर किसानों के उत्पादों हेतु बाजार उपलब्ध करवाकर उचित मूल्य दिलवाते हुए बाजार का विस्तार।
एम. पैक्स के माध्यम से गांवों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के मौके पैदा करना,गांवों से शहरों की ओर होने वाले पलायन को रोकना।
प्रदेश में ई-मार्केट कोऑपरेटिव प्लेटफार्म का विकास करना, होम स्टे को बढ़ावा देकर राज्य का विकास करना ।परियोजना लक्ष्य कृषकों की आय को दोगुना करना। किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाना।
राज्य का संतुलित, सर्वांगीण एवं समग्र विकास करना। एम पैक्स को एक टिकाऊ व्यवासायिक इकाई के तौर पर स्थापित करना।
गौरतलब है राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना से 2019 से अब तक करीब 60000 किसान राज्य में लाभान्वित हुए हैं अब तक जारी 173 करोड़ में से 85.74 करोड रुपए यूकेसीडीपी ने एनसीडीसी के खाते में जमा कर दिए गए हैं।