इस्लामाबाद । पाकिस्तान की राष्ट्रीय संसद के अध्यक्ष राजा परवेज अशरफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के 35 और सांसदों का इस्तीफा शुक्रवार को मंजूर कर लिया। इससे कुछ दिन पहले पीटीआई के 30 से अधिक सांसदों का इस्तीफा स्वीकार किया गया था। पिछले साल अप्रैल में पीटीआई प्रमुख इमरान खान को अपदस्थ किए जाने के बाद पीटीआई सांसदों ने संसद के निचले सदन से सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया था।
उस दौरान स्पीकर ने यह कहते हुए केवल 11 इस्तीफे स्वीकार किए कि शेष सांसदों को सत्यापन के लिए व्यक्तिगत रूप से बुलाया जाएगा। आठ महीने तक प्रक्रिया को टाले रखने के बाद उन्होंने मंगलवार को 34 पीटीआई, एमएनए और अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद का इस्तीफा स्वीकार किया। इस बीच पीटीआई नेताओं ने स्पीकर के कदम को अवैध करार देते हुए देश में नये सिरे से चुनाव कराये जाने की अपनी मांग दोहरायी है।
वरिष्ठ नेता असद कैसर ने सवाल किया कि क्या स्पीकर ने पीटीआई विधायकों द्वारा दिए गए इस्तीफे के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को लागू करना सुनिश्चित किया है। पीटीआई नेता एवं पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, पाकिस्तान हम पर थोपे गए अक्षम शासकों के कारण आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार देश के सिर्फ 36 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती है और बंद दरवाजे के भीतर की बैठकों में लिए गये उसके फैसलों से देश संकटों में फंस गया है। पूर्व विदेश मंत्री कुरैशी ने मौजूदा गतिरोध को समाप्त करने के लिए अध्यक्ष से शेष सभी इस्तीफे स्वीकार करने की मांग की। उन्होंने जोर दिया कि चुनाव ही मौजूदा संकट से बाहर निकलने का एकमात्र तरीका है।