नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार से अद्वैत नाम से शुरू तीन दिवसीय एक अनूठी प्रदर्शनी में प्रस्तुत चित्रकारी को देखकर सहसा विश्वास नहीं होता कि इन्हें न्यूरोडायवर्स ( न्यूरो की समस्या से ग्रस्त ) कलाकारों ने उकेरा होगा ।
बल्कि यह प्रतीत होता है कि ये पेशेवरों की उंगलियों की जादूगरी है। समाज के वंचित तबकों के लिए अवसरों का सृजन करने को समर्पित एक युवा सामाजिक स्टार्टअप ‘नयी सुबह फाउंडेशन’ ने अद्वैत नाम से अपनी कला प्रदर्शनी आयोजित की है, जिसमें 10 से 45 वर्ष की आयु के न्यूरोडायवर्स कलाकारों की अनूठी कलाकृतियां प्रदर्शित की जा रही हैं।
नयी दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव में आर्टशास्त्र गैलरी में 13 से 15 जनवरी तक आयोजित इस प्रदर्शनी में 93 अद्भुत पेंिटग्स, डिजिटल आर्ट, फोटोग्राफ और मल्टीमीडिया कृतियां प्रदर्शित की जा रही हैं। इन्हें युवा न्यूरोडायवर्स कलाकारों ने तैयार किया है।
यहां प्रदर्शित कलाकृतियों को देखकर पूरा विश्वास हो जाता है कि यदि इन कलाकारों को पर्याप्त अवसर और संसाधन मुहैया कराये जायें तो ये न देश बल्कि वैश्विक फलक पर भी अपना परचम लहरायेंगे। इस प्रदर्शनी को आयोजित करने का उद्देश्य उन प्रतिभाशाली न्यूरोडायवर्स कलाकारों की विशेष कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रदर्शित करना है, जिन्हें समाज में सामान्य तौर पर यही अवसर नहीं मिलता।
यह पहली प्रदर्शनी है जिसे नयी सुबह द्वारा दिसंबर 2021 में वर्चुअल प्रदर्शनी की सफलता के बाद इस वर्ष आयोजित किया जा रहा है। दिसंबर 2021 में आयोजित वर्चुअल प्रदर्शनी में ज्यादातर पेंटिग्स बिक गयी थीं।
नयी सुबह फाउंडेशन की संस्थापक और दि श्री राम स्कूल की 11वीं की छात्रा तारिणी मल्होत्रा ने कहा,‘‘ नयी सुबह फाउंडेशन में हमारा प्रयास बदलाव के लिए प्रेरक बनने का रहता है और हमें समाज के वंचित तबके की असल ताकत सामने लाने में मदद कर उनÞके लिए नयी सुबह आने की उम्मीद है।
अद्वैत में प्रदर्शित कलाकृतियां रचनात्मक कलाकारों की गहरी सोच और उनके अनूठे दृष्टिकोण को सामने लाती हैं, जिन्हें देखकर दर्शक आश्चर्य में पड़ सकते हैं और न्यूरोडायवर्स कीं प्रतिभा और संभावना के बारे में उनका नजरिया बदल सकता है।
तारिणी विभिन्न सामाजिक कार्यों में भागीदारी को लेकर बहुत सक्रिय रहती हैं, जैसे महिलाओं का वित्तीय समावेश, वंचित तबके के लोगों की शिक्षा, दिव्यांग बच्चों की मदद आदि। वह दिव्यांगता को दूर करने में सोशल स्टार्टअप की भूमिक और न्यूरोडायवर्स के लिए कार्यस्थल में प्रमाणिक समावेश किए जाने की जबरदस्त समर्थक हैं।
अद्वैत के आर्ट क्यूरेटर और आर्टशास्त्र के मालिक विपुल सैनी ने कहा, प्रत्येक व्यक्ति का अपना विशेष दृष्टिकोण होता और वह खास तरह से अपने अनुभव को व्यक्त करता है, यह अभिव्यक्ति तब और खास हो जाती है जब यह उन लोगों द्वारा व्यक्त की जाती है, जो हमारी तुलना में वास्तविकता को खास तरीके से देखते हैं।
वह उन चीजों को देख सकते हैं जो हम आमतौर पर नहीं देख पाते ।हम हमारी गैलरी आर्टशास्त्र में सभी का स्वागत करते हैं। जहां यह खूबसूरत प्रदर्शनी न्यूरोडायवर्सिटी के बारे में काफी भ्रांतियां दूर करेगी।