मोरना। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात चिकित्सकों की बडी लापरवाही प्रकाश में आई है। लापरवाह चिकित्सकों ने टेटनेस का टीका लगवाने आई गर्भवती महिला को दो बार एंटी रेबीज टीका लगा डाला है। कुत्ते काटे का टीका लगने की जानकारी मिलने पर गर्भवती महिला मानसिक तनाव में आ गयी है। घटना को लेकर परिजनों में भारी रोष व्याप्त हो गया है।
महिला के पिता ने बेटी के स्वास्थ्य पर कोई भी विपरीत प्रभाव होने पर स्वास्थ्य विभाग पर जिम्मेदार ठहराते हुए लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।शुकतीर्थ निवासी राजेन्द्र सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी को शिकायत कर बताया कि उसकी पुत्री गरिमा गर्भवती है। बीते 28 दिसम्बर को वह मोरना स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर टेटनस का टीका लगवाने गयी थी, जिसके बाद 2 जनवरी को उसके पुन: पीएचसी पर टीका लगाया गया।
चिकित्सक के परामर्श के अनुसार बुधवार को वह तीसरी बार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंची तथा अगले टीके के बारे में पूछा, तो चिकित्सक ने कहा कि जब कुत्ता काटे तब अस्पताल में आना। चिकित्सक के ऐसा कहने पर गरिमा हैरान हो गई। जानकारी करने पर जब गरिमा को पता चला कि अब तक उसे कुत्ते के काटने पर लगने वाला एंटी रेबीज का टीका लगाया जा रहा था, तो उसके होश उड गये। चिकित्सकों की तीन बार की गयी बडी लापरवाही को लेकर महिला के परिजनों में रोष व्याप्त हो गया है। गर्भवती गरिमा मानसिक तनाव में है। गरिमा के पिता राजेन्द्र सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुजफ्फरनगर से की है।
चिकित्सा प्रभारी डा. अर्जुन सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।