पटवारी, लेखपाल की परीक्षा का पेपर लीक की खबर से सन्नाटे में लोग

विपक्ष ने कहा कहा नकल माफिया सरकार पर भारी: यशपाल आर्य

लोक सेवा आयोग की भूमिका संदिग्ध, पहले की परीक्षाएं भी आयी सवालों के घेरे में

हल्द्वानी । पटवारी और लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर से परीक्षार्थियों को गहरा झटका लगा है और भाजपा राज्य सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई है। इसके साथ ही विपक्ष भी हमलावर हो गया है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि उत्तराखंड में कानून का राज खत्म हो गया है और नकल माफिया को बैखौब अपने उद्देश्य में सफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की साख पर भी बट्टा लग गया है।
बृहस्पतिवार को यहां जारी एक बयान में यशपाल आर्य ने कहा कि एसटीएफ ने स्वीकारा है कि पेपर लीक राज्य लोक सेवा आयोग के गोपनीय विभाग में कार्यरत एक सेक्शन अधिकारी ने अपने पुराने परिचित अध्यापक की मदद से करवाया है। उन्होंने कहा कि इससे सिद्ध होता है कि यूकेएसयसयससी के साथ-साथ उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में भी नकल माफिया की जड़े  फेली थी।

पहले भी इस तरह के काम किए गए होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने दावा किया था कि उसने नकल माफिया पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही करके उसकी कमर तोड़ दी है पर हुआ उल्टा। उन्होंने कहा कि जिस राज्य लोक सेवा आयोग को पहली परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी उसी परीक्षा में नकल गिरोह ने परीक्षा से पहले दर्जनों लोगों को पेपर लीक करवा दिए।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि एक परीक्षा के आवेदन भरने से सफलतापूर्वक नतीजे निकालने में यदि सालों का समय लगेगा और कई बार परीक्षा रद्द होगी तो राज्य में युवाओं का धैर्य टूट जाएगा। कांग्रेस बेरोजगारों के भविष्य की रक्षा के लिए सड़क से विधानसभा तक संघर्ष करेगी।

उन्होंने कहा कि इस ताजा घटना के बाद लोक सेवा आयोग के साथ ही सरकार की भूमिका कई तरह के सवालों को जन्म दे रही है। उन्होंने कहा कि एक राज्य कोई एक परीक्षा सही तरीके से नहीं करवा पा रहा है। यह चिंताजनक और निंदनीय है।

Leave a Reply