गोपेश्वर। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ के आपदा प्रभावितों का दुख दर्द साझा किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावितों को ढाढस बंधाया। मंगलवार को पूर्व सीएम रावत जोशीमठ पहुंचे। जोशीमठ में उन्होंने विभिन्न भू धंसाव प्रभावित इलाकों का जायजा लेकर प्रभावितों का दुख दर्द साझा किया। इस दौरान प्रभावितों ने तमाम शिकायतें भी पूर्व सीएम के सामने की।
कहा कि लोगों को एकदम उजाड़ा नहीं जाना चाहिए। इस पर उन्होने हर संभव मदद का भरोसा दिया। कहा कि भाजपा सरकार पीडि़तों के साथ खड़ी है। जोशीमठ के लोगों की सुरक्षा पर सरकार का फोकस बना है। इस अवसर पर उन्होने आपदा के कारणों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों की टीमों द्वारा अध्ययन किए जाने की बात की। कहा कि वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के आधार पर ही भावी कार्ययोजना तैयार होगी।
रावत ने कहा कि मौजूदा दौर में सभी लोगों को मिल कर जोशीमठ के प्रभावितों की सेवा में जुटना होगा। कहा कि लोगों द्वारा उठाए गए मामलों का भी समाधान मिल बैठकर ही होगा। इसलिए इस मामले में सभी लोगों को जोशीमठ के लोगों की फिलहाल सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जोशीमठ के हालातों पर लगातार नजर रखें हुए हैं। इसलिए केंद्र सरकार का पूरा साथ मिल रहा है। इस दौरान दायित्वधारी रामकृष्ण रावत, जिला महामंत्री कुलदीप वर्मा, देवेंद्र सिंह नेगी उर्फ मुन्ना भाई, लक्ष्मण फरकिया, जियोलॉजिस्ट प्रो हरीश चंद्र नैनवाल तथा डा द्वारिका प्रसाद डोभाल भी उनके साथ मौजूद रहे।