इंफाल । मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के समक्ष एक महिला कैडर सहित 43 उग्रवादियों ने हथियार डाल दिये। सीएम ने कहा कि एक मजबूत और एकजुट मणिपुर और भारत के लिए विश्वास निर्माण प्रमुख कारक हैं।
बीरेन ने कहा कि हथियार छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए सरकार हर समय अपने दरवाजे खुले रखती है।
मुख्यमंत्री ने आगे जोर देकर कहा कि एक बेहतर मणिपुर और अखंड भारत के निर्माण के लिए सभी वर्गों के बीच एकता और सहयोग समय की मांग है।
उन्होंने अफसोस जताते हुये कहा ‘‘राज्य में अवैध ड्रग्स के पूर्ण उन्मूलन के लिए ‘‘ड्रग्स के खिलाफ युद्ध’’ पर सुरक्षा बलों और सरकार के सामूहिक और श्रमसाध्य प्रयासों के बावजूद, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों के कुछ वर्गों ने सरकार की पहल का उपहास करने के अपरिपक्व कृत्यों का सहारा लिया।
पुलिस महानिदेशक पी. डौंगेल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार बातचीत करने और राज्य के सभी भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा में लाने की इच्छुक है, उन्होंने यह भी कहा कि कई काउंटर इंसर्जेंसी आपरेशन पर्याप्त नहीं हैं।
आज तक, 749 में से 644 आत्मसमर्पण करने वाले कैडर एक नया जीवन शुरू करने के लिए घर वापस आ गए हैं। आत्मसमर्पण समिति द्वारा उनकी जांच की गई और उन्हें स्वीकार किया गया।
विभिन्न समूहों के तैंतालीस कैडरों में केवाईकेएल के 13 कैडर, पीएलए/आरपीएफ के 5, केसीपी एन के 5, केसीपी के 11, यूएनएलएफ के 5, पीआरईपीएके के 1, पीआरईपीएके (पीआरओ) के 2 और एनएससीएन (यू) के 1 कैडर शामिल है ।