नयी दिल्ली। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के श्रमिक संगठन ‘राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस’ (इंटक) के गुटों में विभाजित होने के मद्देनजर संगठन के नेताओं के बीच पैदा हुई दिक्कतों का पता लगाने और संकट के समाधान के लिए दो सदस्य समिति और पांच सदस्यीय समन्वयन समिति का गठन किया है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को बताया कि श्रीमती गांधी ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव दिग्विजय सिंह को इंटक में बने गुटों के कारणों का पता लगाने का जिम्मा सौंपा है।
समिति को इंटक में गुटबाजी की वजह और संगठन को फिर एकजुट करने के लिए कदम उठाने को लेकर भी रिपोर्ट देने को कहा गया है। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि श्रमिक नेता संजीवा रेड्डी के नेतृत्व वाला इंटक गुट कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक श्रमिक संगठन है।
पार्टी ने रेड्डी तथा सीएस दुबे से परस्पर विभाग समझा करके संगठन को एकजुट करने का भी आग्रह किया है। उन्होंने बताया की इंटक को मजबूत बनाने के लिए दो सदस्यीय समिति की रिपोर्ट के आधार पर संगठन को एकजुट बनाने के वास्ते पार्टी नेता तारिक अनवर के नेतृत्व में 5 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की गई है जिसमें हरीश रावत, सांसद के मुरलीधरन, राजमणि पटेल और उदित राज को शामिल किया गया है।