देहरादून । होश दुश्मन के उड़ा देंगे रोको न हमें और भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक हैं हम गीत की धुन पर कदम से कदम मिलाते हुए और सीना तानकर 314 युवा जांबाजों की टोली देश की सरहदों की हिफाजत के लिए आगे बढ़ निकली है।
बाजुओं में शक्ति, शरीर में फौलाद और इरादों से उभरा हुआ सीना। हिम्मत व हौसले के साथ आगे बढ़ते कदम और हाथों में उमंग। यूं लग रहा था कि मानो विराट सागर उमड़ आया और देश की धडक़न अब इन युवाओं की सांस बन गई है। शनिवार सुबह को देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री एकेडमी में हुई पासिंग आउट परेड के दौरान ठंडी हवाओं के बीच आसपास की फिजां में देशभक्ति की ऐसी ही महक घुलती रही।
सेना की मध्य कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग ले. जनरल योगेन्द्र डिमरी समेत तमाम वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों व गणमान्यों की मौजूदगी में आयोजित हुई परेड में पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेट जोश व जज्बे से भरपूर दिखे।
दर्शक दीर्घा में बैठे स्वजनों व मेहमानों ने पास आउट हो रहे कैडेटों का उत्साह बढ़ाया। इसके बाद वीरता, विवेक व शौर्य का सूत्रवाक्य लिए युवा जांबाज बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय थलसेना का अभिन्न अंग बन गये हैं।
दर्शक दीर्घा में बैठे स्वजनों व मेहमानों ने पास आउट हो रहे कैडेटों का उत्साह बढ़ाया। इसके बाद वीरता, विवेक व शौर्य का सूत्रवाक्य लिए युवा जांबाज बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय थलसेना का अभिन्न अंग बन गये हैं।
अकादमी के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर ‘कदम कदम बढ़ाए जा खुशी के गीत गाए जा, ए जिंदगी है कौम की कौम पे लुटाए जा…गीत की धुन पर कदमताल करते हुए युवाओं का जोश व जज्बा बयां कर रहा था कि मातृभूमि की रक्षा के लिए ये युवा जांबाज हर पल हाजिर हैं।
सामने इनके अगर कोई दुश्मन आएगा तो वह खाक में ही मिटेगा। युवा जांबाजों ने कदम से कदम मिलाते हुए अंतिम पग पार किया। अंतिम पग स्वागत करता है उन वीर जवानों का जहां सर्वोच्च बलिदान ही जीवन का सार होता है। इस दौरान आर्मी एविएशन कोर के तीन हेलीकॉप्टरों ने भी आसमान में परवेज भरकर और पुष्पवर्षा कर युवा सैन्य अधिकारियों का अभिनंदन किया। इसके बाद निजाम पवेलियन में संपन्न हुई पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद बतौर लेफ्टिनेंट सेना की विभिन्न रेजिमेंटों/यूनिटों में कमीशंड हो रहे इन नौजवानों ने भी माटी को चूम कर देश की रक्षा के लिए मर-मिटने की शपथ ली।