नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है। कांग्रेस को 68 सदस्यों वाली विधानसभा में 40 सीटें मिली हैं। हालांकि यह फाइनल आंकड़े नहीं है कांग्रेस की एक सीट और बढ़ सकती है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। और इस मुलाकात में निर्णय लिया गया कि कल चंडीगढ़ में राजीव शुक्ला और भूपेश बघेल की अध्यक्षता में विधायक दल की एक बैठक होगी। इस बैठक में बहुत सारी बातों पर चर्चा होगी। और संभावना है की विधायक दल की बैठक के बाद, कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की मुहर लगने के बाद निर्णय हो जाएगा कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन होगा।
हिमाचल प्रदेश की जीत पर कांग्रेस के प्रवक्ता और नेताओं ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता अलका लांबा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि बीजेपी दिल्ली नगर निगम में भी हारी है।बीजेपी हिमाचल में भी हारी है। बस उसने गुजरात जीता है। कांग्रेस की गुजरात, दिल्ली एमसीडी और हिमाचल तीनों जगह में से कहीं पर भी सरकार नहीं थी। तो बीजेपी तीन में से माइनस दो हुई है। कांग्रेस तीनों जगहों पर नहीं थी लेकिन एक जगह आई है, हिमाचल प्रदेश में।
आगे अलका लांबा ने कहा यह जीत हिमाचल के लोगों की ज्यादा है। कांग्रेस की नहीं। हमने ये चुनाव बेरोजगारी, मंहगाई, पुरानी पेंशन योजना पर लड़ा। खड़गे साहब ने हिमाचल जाकर सभाएँ कीं, पार्टी कार्यकतार्ओं से मिले। राजीव शुक्ला और भूपेश बघेल ने पहले इन चुनावों के लिए केवल मुख्य बिंदु तय किए। प्रियंका गांधी ने एक के बाद एक रैलियां कीं जिन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया और उनका विश्वास जीता। उसका परिणाम हमारे सामने है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिमाचल प्रदेश की जनता को बधाई दी, साथ ही हॉर्स ट्रेडिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी विधायकों को किसी अन्य राज्य में लेकर जाने की तैयारी नहीं है। लेकिन उन्हें संभाल कर रखना होगा क्योंकि बीजेपी किसी भी स्तर पर जा सकती है।