मुंबई। गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को बड़ी जीत हासिल की है। भाजपा की जीत को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने बड़ा बयान दिया है।
एनसीपी और कांग्रेस का कहना है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे ‘उम्मीद के मुताबिक एकतरफा हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश और दिल्ली नगर निगम के चुनाव परिणाम ‘राजनीतिक बदलाव के संकेत’ हैं। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि गुजरात के परिणाम को लेकर किसी के माइंड में कोई संदेह नहीं था। देश की सारी पावर का उपयोग यह हासिल करने के लिए किया गया था कि विशेष रूप से एक राज्य के पक्ष में निर्णय लिए जा सकें और इसके लिए कई विकास परियोजनाओं को अनदेखा करने का भी प्रयास किया गया।
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा कि गुजरात को छोड़कर अन्य चुनाव परिणाम संतोषजनक रहे हैं, विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश के। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने जेपी नड्डा के गृह राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी को बाहर कर दिया है। उन्होंने कहा कि एमसीडी में भी 15 साल सत्ता में रही भाजपा को हटा दिया गया है। जबकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार जीते हैं।
शरद पवार ने कहा कि इसका मतलब है कि राजनीतिक परिवर्तन शुरू हो गया है। लोग आज बदलाव चाहते हैं और इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। पवार ने महाराष्ट्र का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में एक खालीपन है और एनसीपी के पास लोगों को एक ‘वैकल्पिक’ सरकार प्रदान करने की ताकत है, जिसके लिए पार्टी को कड़ी मेहनत करनी होगी।
पटोले ने चुनावी नतीजों को परिवर्तन का संकेत करार देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश और राज्य के उपचुनावों के नतीजे भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण टनिर्ंग प्वाइंट होंगे। आगे कहा कि भाजपा ने ईडी, सीबीआई और ईसीआई समेत सभी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य को एक महीने के लिए गुजरात में प्रचार के लिए डेरा डालना पड़ा, फिर भी नड्डा के गढ़ हिमाचल में भाजपा को बाहर कर दिया गया।