श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने चुनिंदा पत्रकारों को कथित रूप से आतंकवादियों की ओर से दी जा रही धमकियों के सिलसिले में कश्मीर में कई पत्रकारों के परिसरों समेत 12 स्थानों पर तलाशी ली।
पुलिस ने श्रीनगर, अनंतनाग और कुलगाम जिलों में तलाशी के बाद कहा कि कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए लाया गया है। पुलिस की ओर से लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके एक संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ के खिलाफ आनलाइन प्रकाशन और कश्मीर में स्थित पत्रकारों को सीधे धमकी भरे पत्रों के प्रसार के लिए मामला दर्ज करने के बाद यह तलाशी ली गई।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि सज्जाद गुल, मुख्तार बाबा और अन्य संदिग्धों व पत्रकारों के घरों की तलाशी ली गई। जिन अन्य परिसरों की तलाशी ली गई उनमें निगीन में पत्रकार मोहम्मद रफी, अनंतनाग में खालिद गुल, लाल बाजार में राशिद मकबूल, रैनावाड़ी में सज्जाद क्रालियारी, सौरा में गौहर गिलानी, अनंतनाग में काजी शिबली और रावलपोरा में वसीम खालिद शामिल हैं।
अन्य परिसरों में ईदगाह में मोमिन गुलजार, कुलगाम में बासित डार, एचएमटी श्रीनगर में सज्जाद शेख उर्फ सज्जाद गुल, नौगाम में मुख्तार बाबा और खानयार श्रीनगर में आदिल पंडित शामिल हैं। प्रवक्ता ने कहा,‘‘खोज के दौरान, सभी कानूनी औपचारिकताओं का पेशेवर रूप से पालन किया गया और इसके परिणामस्वरूप कुछ संदिग्धों को जांच तथा पूछताछ के लिए लाया गया है।
जब्त की गई सामग्री में मोबाइल, लैपटॉप, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव और अन्य डिजिटल उपकरण, दस्तावेज, बैंक के कागजात, रबर स्टैंप, पासपोर्ट तथा अन्य संदिग्ध कागजात, नकदी, सऊदी मुद्रा आदि शामिल हैं। पुलिस ने कहा,मौजूदा मामले की जांच जोरों पर है और आम जनता से अनुरोध है कि इस मामले से संबंधित कोई भी जानकारी श्रीनगर पुलिस के संज्ञान में लाएं।
गौरतलब है कि पांच कश्मीरी पत्रकारों ने इस सप्ताह के शुरू में इस्तीफा दे दिया था, जब एक आतंकवादी समूह ने श्रीनगर स्थित तीन संगठनों के संपादकों और पत्रकारों सहित एक दर्जन मीडियाकर्मियों की एक सूची जारी की थी, जिसमें उन पर सुरक्षा बलों के लिए जासूस होने का आरोप लगाया गया था।