गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने राज्य में बाजरा की खेती का विस्तार और वृद्धि करने के लिए ‘असम बाजरा अभियान’ की शुरुआत की। कार्यक्रम की शुरूआत करने के बाद, शर्मा ने कहा कि बाजरा अभियान का उद्देश्य असम में पोषण को बढ़ावा देना और किसानों की आय दोगुनी करना है। यह अभियान फसल की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी करने के साथ-साथ फसलों के विविधीकरण में भी सहायक होगी।
उन्होंने कहा कि किसान अब अपनी फसल पद्धतियों में विविधता ला सकते हैं और पारंपरिक फसलों के अतरिक्त बाजरा उत्पादन करने के लिए अपनी खेती का विस्तार भी कर सकते हैं। शुरुआत में, असम बाजरा अभियान में 25,000 हेक्टेयर कृषि भूमि में खेती की जाएगी। बाद में इसे बढ़ाकर 50,000 हेक्टेयर किया जाएगा।
शर्मा ने कहा कि अगले वर्ष से, असम सरकार ने धान के लिए एमएसपी 2,040 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री ने इसी कार्यक्रम के दौरान बोंगईगांव, मोरीगांव, उदलगुड़ी, गोलाघाट, करीमगंज और दरांग में छह मृदा परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला और धेमाजी और तीताबोर में दो ज्ञान केंद्रों का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री रंजीत कुमार दास और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित हुए।