मुंबई। शिवसेना के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राऊत जेल से रिहा होने बाद कहा कि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने जबरन गिरफ्तार किया था।
बुधवार को मुंबई की विशेष कोर्ट ने अपने 122 पन्ने के संजय राऊत की जमानत आर्डर में संजय राऊत की गिरफ्तारी को बिना वजह की गई गिरफ्तारी बताया है। कोर्ट ने अपने फैसले में लिखा है कि इस मामले में असली आरोपितों की गिरफ्तार ईडी ने नहीं किया है।
आज विशेष कोर्ट ने ईडी को एक तरह से जमकर फटकार लगाई है। इस मामले में ईडी ने संजय राऊत को विशेष कोर्ट से दी गई जमानत को हाई कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन हाई कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई गुरुवार को करने का निर्णय लिया है। ईडी के वकील एएसजी अनिल सिंह ने संजय राऊत की जमानत को स्थगित करने की भी मांग की थी, लेकिन जज भारती डांगे ने अनिल सिंह की मांग निरस्त कर दिया।
विशेष कोर्ट से जमानत मिलने के बाद संजय राऊत ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी को कोर्ट ने गलत बताया है। उन्हें न्यायदेवता पर पूरा विश्वास पहले भी था और अब जनता का विश्वास भी कोर्ट के प्रति बढ़ गया है। आर्थर रोड से रिहा होने के बाद संजय राऊत ने दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में जाकर दर्शन किया।
उन्होंने कहा कि 102 दिनों तक शिवसेना और मुझ पर बहुत प्रहार किया गया। हनुमानजी ने हमें यह मुसीबत सहने की ताकत दी है। इसके बाद दादर स्थित बालासाहेब स्मारक पर जाकर स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के स्मृति स्थल पर जाएंगे। वहां से संजय राऊत बांद्रा स्थित मातोश्री बंगले पर जाकर उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। इसके बाद अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए जाने वाले हैं और वहां से राऊत भांडुप स्थित अपने मैत्री बंगले पर जाने वाले हैं।