नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता के शुभंकर और वेबसाइट का अनावरण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में ये देश के लिए गर्व की बात है। लोगो के निर्माण में देशवासियों से सुझाव मांगे थेष वसुधैव कुटुबंकम की भावना लोगो में समाहित है।
कुछ दिनों बाद 1 दिसंबर से भारत जी20 की अध्यक्षता करेगा। भारत के लिए ये ऐतिहासिक अवसर है। आज इसी संदर्भ में इस समिट की लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया गया है। जी20 ऐसे देशों का समूह है जिनका आर्थिक सामर्थ्य विश्व की 75% जीडीपी का प्रतिनिधित्व करता है।भारत अब इस जी 20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है, इसकी अध्यक्षता करने जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि आजादी के इस अमृतकाल में देश के सामने ये कितना बड़ा अवसर आया है। ये हर भारतवासी के लिए गर्व की बात है, गौरव बढ़ाने वाली बात है। उन्होंने कहा कि जी 20 का आयोजन देश के सामर्थ्य का प्रतीक है। भारत इसे नई जिम्मेदारी के रूप में देख रहा है। देशवासियों को इस जिम्मेदारी पर खरा उतरना होगा। हमने गुलामी और अत्याचारों के दिन भी देखें हैं।
बता दें कि भारत एक दिसंबर से इंडोनेशिया से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। भारत देशभर में विभिन्न स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा। अगले साल होने वाला जी-20 शिखर सम्मेलन, भारत द्वारा आयोजित किया जाने वाले शीर्ष स्तर के अंतररष्ट्रीय सम्मेलनों में से एक होगा।