हरिद्वार । कार्तिक पूर्णिमा स्रान के उपलक्ष्य में मंगलवार को लाखों श्रद्धालुओं ने हर की पौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर स्रान किया और दान आदि भी किया। देशभर के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने हर की पौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर स्रान करना प्रारंभ कर दिया था। प्रशासन एवं पुलिस ने भी स्रान को देखते हुए चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की थी।
हरिद्वार के मेला क्षेत्र को विभिन्न सेक्टरों एवं जोन में बांट कर यातायात व्यवस्था भी लागू की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा स्रान वर्ष का आखिरी बड़ा स्रान होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे और साथ ही संयोग से चंद्रग्रहण पड़ने के कारण श्रद्धालुओं का आगमन लगातार जारी है।
जिसको देखते हुए पूरे मेला चित्र को 09 जोन और 33 सेक्टरों में बांटकर वहां पर अधिकारियों की तैनाती की गई थी साथ ही मेला क्षेत्र में विशेष ट्रैफिक प्लान भी लागू किया गया था। गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन आंवले का दान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है अब बस में चार माह भगवान विष्णु आप इसमें को विशेष पड़ी है परंतु इसमें भी कार्तिक माह का विशेष महत्व है पता है आज के दिन स्रान और दान करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
नई दिल्ली से आई श्रद्धालु शिल्पी का कहना है वह कार्तिक पूर्णिमा का स्रान करने आई है आज के दिन स्रान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति मिलती है साथ ही दान आदि करने से अभीष्ट फल की भी प्राप्ति होती है। वही श्रद्धालु श्वेता देवी का कहना है कि कार्तिक पूर्णिमा स्रान का विशेष महत्व होने के कारण वह भी स्रान करने आयी है तथा परिवार की सुख शांति की कामना के लिए उन्होंने मां गंगा से प्रार्थना की है। उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर भी संतोष जताया है।