हैदराबाद। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने साफ कर दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी होंगे।
कांग्रेस का यह फैसला यहां सुनाया गया। श्री खड़गे भी अपना पदभार ग्रहण करने के बाद दोबारा इस भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने तेलंगना आये हैं।
मंगलवार की रात यहां आयोजित एक जनसभा में बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी तरफ से इसका विधिवत एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि बदलती हुई परिस्थितियों में देश को भाजपा विरोधी सरकार देने की जरूरत है। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी को ही इसके लिए सबसे योग्य माना गया है। भाजपा विरोधी सरकार के गठन के मुद्दे पर उनके इस बयान को महत्वपूर्ण समझा जा रहा है।
कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए श्री खड़गे ने कहा कि भाजपा की सरकार ने देश की बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। इसलिए अब भाजपा विरोधी दलों को भी समय की मांग को समझना होगा और हर स्तर पर भाजपा की देश तोड़ने वाली नीतियों का विरोध भी करना होगा। उन्होंन कहा कि जब देश को अंदर से तोड़ने की साजिश केंद्र सरकार कर रही है तो राहुल गांधी ने देश को जोड़ने का जो अभियान प्रारंभ किया है, उसे जनता का जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है। इस यात्रा में हर रोज हजारों लोग जुड़ रहे हैं। इससे समाज में फिर से एकजुटता लौट रही है, यह अच्छी बात है। कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान उस मौके पर आया है जब भाजपा विरोधी महागठबंधन के पीएम प्रत्याशी के तौर पर कई नाम चर्चा में आ चुके हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम की चर्चा होने के बाद भी खुद नीतीश कुमार ने इस बारे में कभी कुछ नहीं कहा है। वैसे यह स्पष्ट है कि राजग से नीतीश के अलग हो जाने से भाजपा को जबर्दस्त झटका लगा है। सितंबर माह में राहुल गांधी से मिलने के बाद भी नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री पद महत्वपूर्ण नहीं है। वह तो भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने के प्रयास में लगे हैं। वैसे तेलेंगना के मुख्यमंत्री केसी राव भी खुद को राष्ट्रीय राजनीति में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। इनके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी अगले लोकसभा में मोदी के विरोध का चेहरा बताकर प्रचार किया जा रहा है। दरअसल राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का राजनीतिक लाभ का आकलन कांग्रेस ने भी किया है। टीएमसी के आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी कहा है कि राहुल की यात्रा से कांग्रेस की स्थिति में सुधार हो रहा है। खासकर अब तक की यात्रा से दक्षिण भारतीय राज्यों में कांग्रेस फिर से सक्रिय हो गयी है, यह स्पष्ट हो चुका है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान स्पष्ट कर देता है कि भाजपा का यह दांव कि मोदी के खिलाफ कौन का उत्तर कांग्रेस की तरफ से साफ साफ दिया जा चुका है।