मनी लांड्रिंग में पहले भी हुई थी जांच, फिर से हो रही है तो अच्छी बात : त्रिवेंद्र
देहरादून। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोशल म्यूचुअल बेनिफिट निधि कंपनी की जांच के मामले में कहा है कि इसकी पहले भी दो बार जांच हुई थी, लेकिन तब इसमें कुछ भी नहीं पाया गया था, लेकिन अगर मुख्यमंत्री इसकी गहराई से जांच कराना चाहते हैं तो अच्छी बात है।
रावत ने कहा कि इस मामले की दो बार पहले जांच हो चुकी थी, जिसमें कुछ नहीं पाया गया।
ज्ञात हो कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के सलाहकार रहे केएस पंवार से जुड़ी कंपनी सोशल म्युचुअल बेनिफिट्स निधि कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की शिकायत के बाद शासन ने जांच के आदेश दिये हैं।
ज्ञात हो कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के सलाहकार रहे केएस पंवार से जुड़ी कंपनी सोशल म्युचुअल बेनिफिट्स निधि कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। निर्दलीय विधायक उमेश कुमार की शिकायत के बाद शासन ने जांच के आदेश दिये हैं।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज इस संबंध में पत्रकारों से कहा कि मनी लांड्रिंग का यह आरोप है और जांच में सब चीजें सामने आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि जब वे सीएम थे तब भी इस तरह की दो जांचें हुई थी। विधानसभा में भी यह मामला उठा था।
विधानसभा में रिजर्व बैंक ने जो जवाब दिया था, उसमें कहा था कि उत्तराखंड में 234 ऐसी कंपनियां काम कर रही हैं। जिनमें से 98 कंपनियां ऐसी हैं, जिन पर किसी तरह के आरोप नहीं हैं, जो साफ तरीके से काम कर रही हैं। उन 98 कंपनियों में यह कंपनी भी थी।
उससे पहले भी जांच हुई और उनके हटने के बाद भी जांच की गयी, उसमें भी क्लियर आया कि इसमें कुछ भी अनियमितता नहीं पायी गयी, अगर उसके बाद भी मुख्यमंत्री इसकी गहराई में जाना चाहते हैं तो अच्छी बात है। इस प्रकरण में उनका नाम जोड़े जाने पर उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि उनका नाम है इसलिए जोड़ा जाता है। सरकार के फैसले पलटे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इतना ही सब कुछ टिप्स पर है इस पर फिर कभी विस्तार से बात करेंगे।