कोलंबो। श्रीलंका के वित्त मंत्री रंजीत सियाम्बलपतिया ने कहा कि देश के 58 प्रतिशत परिवारों में से लगभग 40 लाख परिवार मौजूदा आर्थिक संकट के बीच जीवनयापन करने के लिए विभिन्न समाज कल्याण योजनाओं के अंतर्गत सरकार से वित्तीय सहायता मांग रहे हैं।
वर्तमान में 22,78,817 परिवार विभिन्न समाज कल्याण योजनाओं के अंतर्गत आते हैं। इसके अलावा, 10,33,940 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने समृद्धि भत्ते के लिए आवेदन किया है। कुल मिलाकर, 39,11,757 परिवार जो देश में 57.5 प्रतिशत है, जीवनयापन करने के लिए वित्तीय सहायता मांग रहे हैं और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम वर्तमान के कठिन दौर में उनकी मदद करें।
मंत्री ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति 100 प्रतिशत के आसपास है इसलिए एकमात्र विकल्प करों में वृद्धि करना है जिससे वित्तीय सहायता की जरुरत वाले परिवारों की मदद की जा सके क्योंकि रुपया छापने से मुद्रास्फीति बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि इस वर्ष सितंबर में 171.45 अरब रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ लेकिन व्यय 406.61 अरब रुपये यानी राजस्व से 237 प्रतिशत ज्यादा रहा, जिसमें 237.65 अरब रुपये का आवर्ती व्यय भी शामिल है।