मास्को । रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने यह साफ कर दिया है कि रूस की तरफ से यूक्रेन में परमाणु हथियार चलाने की कोई सोच भी नहीं है। हाल ही में परमाणु हथियारों के अभ्यास को देखने के बाद सभी देश इस बात को लेकर सहमे हुए थे कि शायद युद्ध का परिणाम एक झटके में बदल देने के लिए रूस परमाणु हथियार भी चला सकता है।
रूस के पास ऐसे असंख्य परमाणु हथियार हैं जो सीमित दायरे में अपना विनाशकारी असर छोड़ते हैं। अब रूसी राष्ट्रपति ने इस आशंका को सिरे से नकार दिया है। अंतर्राष्ट्रीय विदेश नीति के विशेषज्ञों की एक बैठक में पुतिन ने इस बात को साफ कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे खतरनाक हथियारों का यूक्रेन में प्रयोग करने के बारे में कभी सोचा भी नहीं गया है। सिर्फ संभावित हमले के लिए रूसी सेना तैयार खड़ी है।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश यूक्रेन को आगे कर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। पुतिन ने यह भी कहा कि इस ऐतिहासिक सत्य को यूक्रेन को भी स्वीकार करना चाहिए कि रूस और यूक्रेन की विरासत एक ही है। इसलिए यूक्रेन को भी अपना अस्तित्व समाप्त कर रूस में शामिल हो जाना चाहिए ताकि यह जो साजिशें चल रही हैं, उन्हें खत्म किया जा सके।
उनका यह बयान तब आया है जबकि यूक्रेन के चार इलाकों को रूस अपना इलाका पहले ही घोषित कर चुका है। इन चार इलाकों में डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसोन और झापोरिझिया हैं। इनमें डोनेट्स्क और लुहांस्क में रूस समर्थक विद्रोही वर्ष 2014 से ही हथियारबंद संघर्ष करते हुए इलाके को रूस में शामिल करने की मांग करते आ रहे हैं।
रूसी सेना की देखरेख मे कराये गये जनमत संग्रह में भी इन इलाकों की नब्बे फीसदी जनता ने रूस में विलय के पक्ष में वोट दिया है। इस जनमत संग्रह को भी पश्चिमी देश स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। रूसी सेना ने हाल ही में आरोप लगाया है कि दरअसल यूक्रेन खुद ही अपने इलाके में ऐसे परमाणु हथियार चलाने की साजिश रच रहा है।