नई दिल्ली। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से दिल्ली में 14 दिवसीय सरस फूड फेस्टिवल आयोजित किया जायेगा, जहां लोग बिहार के लिट्टी चोखा और पंजाब की मक्के की रोटी और सरसों के साथ तथा केरल की मालाबार बिरयानी सहित 17 राज्यों के विविध व्यंजनों का स्वाद और सांस्कृतिक छटा का आनंद ले सकेंगे।
दिल्ली का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित होने वाले इसे सरस फूड फेस्टिवल में दिल्ली और समीपवर्ती 17 राज्यों की सांस्कृतिक झलक और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने-बाने से भी अवगत हो सकेंगे।
यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं।
इसमें देश भर के 17 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी और स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को न केवल ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता हासिल है बल्कि विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में उनको दक्षता और महारथ हासिल है।
ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान सरस से जुड़े हुए उत्पादों के लिए ई-कॉमर्स पोर्टल भी लॉन्च किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह और विशेष अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास एवं उपभोक्ता कार्य खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद रहेंगे।
इसमें मुख्य रूप से राजस्थान की कैर सागरी, गट्टे की सब्ज़ी, बाजरे की रोटी , बंगाल की हिलसा , फ़िश करी , तेलंगाना का चिकन , केरल की मालाबार बिरयानी, बिहार का लिट्टी चोखा , पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी सहित अन्य राज्यों के बेहतरीन स्वादिष्ट पकवान उपलब्ध रहेंगे। इसमें हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल,असम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात सहित अन्य राज्य शामिल हो रहे हैं।