ढाका। बंगलादेश में चक्रवाती तूफान ‘सितरांग’ के कारण नौ लोगों की मौत हो गई है जबकि लगभग 10 लाख लोगों ने आश्रय शिविरों में शरण ली है। आधिकारियों ने यह जानकारी दी। ‘सितरांग’ तूफान ने सोमवार की देर रात दक्षिणी बंगलादेश में दस्तक दी।
राहत ही बात यह रही कि स्थानीय प्राधिकरण इसके पहुंचने से पहले लगभग 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में सफल रहा। जेबुन नाहर नाम के एक सरकारी अधिकारी ने मीडिया को बताया कि पेड़ गिरने से नौ लोगों की मौत हुई, जिनमें पूर्वी जिले कोमिला से एक परिवार के तीन लोग भी शामिल हैं।
आपदा प्रबंधन मंत्रालय के सचिव कमरूल अहसन के अनुसार दूरदराज के द्वीपों और नदी तटों के निचले इलाकों से निकाले गए लोगों को हजारों बहुमंजिला शरण स्थलों में रखा गया और उन्होंने अपनी रात वहीं गुजारी। अधिकारियों ने कहा कि कुछ मामलों में पुलिस को उन ग्रामीणों को मनाना पड़ा जो अपने घरों को छोड़कर जाना नहीं चाहते थे।
देश के अधिकांश हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश हुई जबकि ढाका, खुलना और बारीसाल जैसे शहरों में अतिवृष्टि के कारण 324 मिलीमीटर (13 इंच) बारिश हुई। विवादित रूप से म्यांमार से बंगाल की खाड़ी के तूफान संभावित द्वीप में स्थानांतरित किए गए लगभग 33,000 रोहिंग्या शरणार्थियों को घर में ही रहने का निर्देश दिया गया है और किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
भारत के पश्चिम बंगाल में हजारों लोगों को सोमवार को 100 से ज्यादा राहत स्थलों में शरण दिया गया, लेकिन किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है और अब वे मंगलवार को अपने घर वापस लौट रहे हैं। वर्ष 2020 में बंगाल की खाड़ी में आए एक प्रचंड चक्रवात ‘अम्फान’ ने बंगलादेश और भारत में 100 से ज्यादा लोगों की जान ली थी और लाखों लोगों को प्रभावित किया था। हाल के वर्षों में, सटीक पूर्वानुमान और ज्यादा प्रभावशाली निकासी योजना के कारण तूफानों से मरने वालों की संख्या में कमी आई है।