देहरादून। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अंकिता के जघन्य हत्याकांड पर अब तक प्रधानमंत्री की ओर से कुछ न बोले जाने पर निराशा जतायी है। गोदियाल ने कहा कि हम तो समझ रहे थे कि उनके उत्तराखंड आगमन पर उस वीवीआईपी का पर्दाफाश हो जाता, जिसकी वजह से अंकिता को अपनी जान देनी पड़ी।
गोदियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री हर छोटी-बड़ी घटना पर पैनी निगाह रखते हैं, लेकिन पूरे देश में सुर्खियों में आयी देवभूमि की बेटी की नृशंस हत्याकांड की उन्हें भनक भी नहीं लगी। उन्होंने कहा कि देहरादून से दिल्ली इतनी दूर भी नहीं है कि उन्हें इस कांड की जानकारी न हो।
उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड सरकार और सरकार के सूचना विभाग के अपील करते हैं कि इतने बड़े कांड की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचाएं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का जनमानस आज भी आपसे निवेदन कर रहा है कि उस कथित वीआईपी का नाम सार्वजनिक किया जाए और वे जाने से पहले सीएम धामी को इस मामले के दोषियों को कड़ा दंड देने का आदेश देंगे। उन्होंने श्रीनगर निवासी ममता बहुगुणा की गुमशुदगी के मुद्दे को भी उठाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता के मायके वालों के मंत्री पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता लड़कियों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मामलों में अनावश्यक हस्तक्षेप करते हैं। उन्हें ऐसा न करने दें। गोदियाल ने अपराध से जुड़े कुछ अन्य मुद्दे भी उठाये और कहा कि वे सरकार को इसमें कार्रवाई करने के निर्देश दें। गोदियाल ने प्रधानमंत्री की ड्रेस के पीठ पर स्वास्तिक के निशान पर भी आपत्ति जतायी।