श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच एजेंसी (एसआईए) ने आतंकवादी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क पर लगाम लगाने के लिए आतंकी फडिंग मामले में कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की।
पुलिस ने कहा कि श्रीनगर, सोपोर, बारामूला और शोपियां जिलों में लगभग 14 घरों और संदिग्धों के एक व्यावसायिक परिसर की तलाशी ली गई, जिसके संबंध में राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम (टाडा / पोटा) श्रीनगर के तहत नामित विशेष न्यायाधीश की अदालत से प्राप्त तलाशी वारंट और सीआईके थाना (एसआईए) कश्मीर में दर्ज मामले की जांच के अनुपालन में तलाशी ली गई।
यह मामला घाटी में सक्रिय उग्रवादी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क से संबंधित है। पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया,मामला एक विश्वसनीय सूचना पर दर्ज किया गया था कि आतंकवादी संगठनों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स का एक समूह, उनके पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं से सक्रिय समर्थन और घाटी से पलायन कर चुके व अब पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों के समर्थन से विभिन्न प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने में जुटे हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने और बनाए रखने के समग्र उद्देश्य के साथ वित्त को प्रसारित करने सहित रसद समर्थन, गुप्त रूप से युद्ध छेड़कर भारत संघ को अस्थिर करने के प्रयास भी आतंकवादियों के उद्देश्य में शामिल हैं। उन्होंने कहा, तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, मोबाइल फोन, बैंक दस्तावेज और जांच से संबंधित अन्य सामान बरामद किया गया है।
पुलिस ने कहा कि डेटा के विश्लेषण से आतंकवादियों की भावी योजनाओं के बारे में पता किया जाएगा और जो सुराग सामने आएंगे, वे आगे की जांच का आधार बनेंगे। पुलिस ने कहा कि छापेमारी का उद्देश्य आतंकवादी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क को नष्ट करना था, जिसका उद्देश्य इसके पारिस्थितिकी तंत्र और समर्थन संरचना को पूरी तरह से नष्ट करना है।