देहरादून। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने धनतेरस पर अपना घर संस्था बद्रीपुर में पहुंचकर वहां के अनाथ व बेसहारा बच्चों द्वारा निर्मित दीये, मोमबत्तियां आदि खरीदी।
उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और सभी को मिठाइयाँ बाँटी। उन्होंने सभी को धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज की शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा कि जब भी मैं यहां आता हूं, इन हंसते खेलते बच्चों के बीच अलग आनंद मिलता है।
बिना माता-पिता के इन बच्चों ने इस स्थान को ही अपना घर मान लिया है। सब साथ रहते, खाते, खेलते, पढ़ते हैं। कोई दुःख हो तो ये उसे भी मिल बांट लेते हैं। यही इनका परिवार है। इनके प्यार भरे परिवार को देखकर लगता है, यही ‘अपना घर’ है।
उन्होंने कहा कि पढ़ाई के अलावा ये बच्चे मिलकर मोमबत्तियां और मिट्टी के दीए बनाते हैं और सस्ते दामों में बेचते हैं। ये सब बच्चे बड़े होकर अच्छा नागरिक बनना चाहते हैं। समाज का हिस्सा बनना चाहते हैं।
पूर्व सीएम ने सभी से अनुरोध किया कि इस प्रकार बने मोमबत्ती और दीयों को खरीदकर समाज में अपनों की सहायता करें और वोकल फॉर लोकल का नारा बुलंद करें। उन्होंने कहा कि हमें अपनी खरीदारी में से कुछ खरीदारी ऐसी जगहों से भी करनी चाहिए जहाँ बच्चे छोटी सी छोटी खुशी को संजो के रखते हैं।
हमारा ऐसी संस्थों में जाने से ये बच्चे खुद को अत्यंत उत्साहित महसूस करते हैं, यह देख मन आनंदित हो उठता है। संस्था में बच्चों कि अच्छे से देखभाल करने के लिए उन्होंने संस्था के संरक्षक को शुभकामनाएं भी दीं।
वोकल फॉर लोकल का नारा बुलंद करना चाहिए .