शिमला। कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने आज दावा किया कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अंतर्कलह से जूझ रही है। प्रदेश में पार्टी की मीडिया प्रभारी सुश्री लांबा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में बगावत के सुर मुखर हो रहे हैं, इसके कारण पार्टी के पदाधिकारी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी छोड़ रहे हैं।
उन्होंने आरोेप लगाया कि भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है और घोषित प्रत्याशियों की सूची में पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है।
उन्होंने कहा कि धर्मपुर में जल शक्ति मंत्री के घर टिकट को लेकर द्वंद चल रहा है, वहीं चम्बा सदर में एक महिला कार्यकर्ता का टिकट काट कर विधायक की पत्नी को दिया गया जो कि एक कर्मठ महिला कार्यकर्ता का घोर अपमान है।
सुश्री लांबा ने कहा कि भाजपा सरकार ने अगर पिछले पांच सालों में विकास किया होता तो उन्हें आज अपने वर्तमान विधायकों के टिकट न काटने पड़ते और अपने मंत्रियों के चुनाव क्षेत्र न बदलने पड़ते। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की विफलताओं को उजागर करता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हाईकमान का प्रदेश के नेतृत्व से विश्वास उठ चुका है, जिस कारण भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को स्वयं यहां बागियों को मनाने के लिये बैठना पड़ रहा है और कार्यकर्ताओं को अनुशासन के नाम पर डराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब सरकार रिमोट कंट्रोल पर हो और बैटरी कमजोर हो तो वह काम करना बंद कर देती है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वही कमजोर बैटरी हैं, जिसका रिमोट दिल्ली में रखा है। उन्होंने बताया कि 25 अक्तूबर को प्रियंका गाधी मंडी का दौरा करेंगी और रोड शो आयोजित करेंगी। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है और पूरी सहमति के साथ पार्टी प्रत्यशियों का चयन किया गया है।