कियेब। भारतीय दूतावास ने यूक्रेन के युद्ध प्रभावित इलाकों में रहने वाले भारतीय नागरिकों को यथासंभव वहां से निकल जाने की हिदायत दी है। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन द्वारा युद्ध क्षेत्रों के आस पास के इलाकों में भी मार्शल लॉ लगाने का एलान किये जाने के बाद ही भारतीय दूतावास ने यह निर्देश जारी किया है।
इससे समझा जा सकता है कि अब रूसी हमला और तेज हो सकता है तो दूसरी तरफ कई इलाकों में यूक्रेन की सेना भी काफी आगे बढ़ चुकी हैं। इससे युद्ध के और तेज होने की आशंका बढ़ती जा रही है। दरअसल क्रीमिया के ब्रिज पर हुए हमले के बाद से ही पुतिन का रवैया अत्यधिक आक्रामक हो गया है।
इसके बाद से रूस की तरफ से मिसाइल और ड्रोन के हमले रिहायशी इलाकों में भी होने लगे हैं। उन इलाकों को भी रूसी सेना ने निशाना बनाया है, जो युद्ध से अप्रभावित थे। अब मार्शल लॉ लगाने का एलान करते हुए कुछ इलाकों से नागरिकों को हट जाने को भी कहा गया है।
इससे यह भी माना जा सकता है कि वहां पर युद्ध की परिस्थिति बहुत करीब आ चुकी है। पुतिन ने यूक्रेन के इन क्षेत्रों के अलावा पास के रूसी इलाकों को भी सतर्क किया है और ऐसी कार्रवाई लगातार हो रहे छापामार हमलों की वजह से की गयी है, यह साफ है।
यूक्रेन के उन इलाकों, जिन्हें रूस ने अपना इलाका घोषित किया है, मार्शल लॉ लगाने के साथ साथ कहा है कि गुरुवार की सुबह से यह नियम लागू किया गया है। रूस के जिन इलाकों को इसके दायरे में लाया गया है वे हैं क्रासनोडार, बेलगोरोड, ब्रांस्क, वोरोनेज, क्रूस्क और रोस्टोव।
इसके अलावा क्रीमिया पर भी यह सतर्कता आदेश प्रभावी किय गया है। यूक्रेन के चार इलाकों पर इसे समान रुप से लागू कर दिया गया है, जिनपर फिलहाल रूसी सेना का कब्जा है जबकि कुछ स्थानों पर यूक्रेन की सेना लगातार रूसी सेना को पीछे धकेल रही है।