गुवाहाटी। असम पुलिस ने एक बार फिर एक्यूआईएस और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के खिलाफ कार्रवाई की है। असम पुलिस ने कुल 40 जिहादियों को गिरफ्तार किया है और पुलिस ने असम में दो बड़े अन्तर्राष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। बांग्लादेश स्थित अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े कुल 21 जिहादियों को असम से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने आज कहा कि चार लोगों को आतंकवादी संगठनों से संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और नियो जेएमबी के पूर्व सदस्य अब राज्य में अपना नेटवर्क स्थापित करने के लिए एक्यूआईएस के लिए काम कर रहे हैं।
असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से, सादिक अली पहले जेएमबी और नियो जेएमबी से जुड़ा था। वह पिछले दो साल से एक्यूआईएस के लिए काम कर रहा था। उसके अलावा एक अन्य गिरफ्तार जाकिबुल अली अन्य लोगों को कट्टरपंथी बनाने के लिए काम कर रहा था।
पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपियों ने इस साल नलबाड़ी, बारपेटा जिलों और बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के कुछ हिस्सों में कई बैठकें कीं और कई युवाओं को बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित भी किया है। सादिक अली को तामूलपुर थाने के डोंगर गांव अंचलिक मदरसा से गिरफ्तार किया गया।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि यह एक ”राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान” था जिसमें राज्य में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था। सरमा ने कहा ह्लकुछ कट्टरपंथी बांग्लादेश और असम को अस्थिर करने के लिए सक्रिय हैं। लेकिन हम उन्हें पकड़ने और मॉड्यूल को नष्ट करने के लिए सतर्क हैं। सरमा ने कहा कि दो दिन पहले असम के एक युवक को बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था, जबकि संगठन से जुड़े एक अन्य व्यक्ति को बुधवार को राज्य के बोंगाईगांव से पकड़ा गया था।
उन्होंने कहा कि उनमें से दो बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम से जुड़े थे, जिन्हें तामूलपुर जिले में और अन्य दो को नलबाड़ी में पकड़ा गया था। उन्होंने बताया कि हम असम से जिहादी तत्वों को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं।
तामूलपुर पुलिस ने दो व्यक्तियों सादिक अली और जकीबुल अली को पकड़ने में एक सराहनीय काम किया है, जिन्होंने युवाओं को अल-कायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) से संबद्ध बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम में शामिल होने का लालच दिया।
शर्मा ने कहा कि सादिक अली की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि वह पिछले दो वर्षों से युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा था। उन्होंने कहा कि सादिक जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से भी जुड़ा था।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नलबाड़ी जिले की घाघरापार पुलिस ने इसी तरह के एक मामले में दो और लोगों हाबेल अली और अबू रेहान को गिरफ्तार किया है। शर्मा ने सितंबर में विधानसभा में कहा था कि इस साल राज्य में 40 जिहादियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस साल जनवरी से बांग्लादेश के प्रतिबंधित अंसारुल इस्लाम से कथित संबंधों वाले पांच मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। चार मदरसों को भी ध्वस्त किया गया है, जिनमें तीन को संबंधित जिला प्रशासन ने निर्माण मानदंडों का पालन नहीं करने के कारण ध्वस्त किया और चौथे को कथित तौर पर स्थानीय लोगों ने ढहा दिया था।