गुवाहाटी । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असम के गुवाहाटी में नीलाचल पहाड़ियों के ऊपर प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर का दौरा किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने दो दिवसीय असम दौरे के अंतिम दिन गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की।
राष्ट्रपति मुर्मू के साथ असम के राज्यपाल जगदीश मुखी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी थे। असम के राष्ट्रपति के रूप में यह द्रौपदी मुर्मू की पहली असम यात्रा थी।
राष्ट्रपति ने अपने दो दिवसीय असम दौरे के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लिया और कई परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया।गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी से विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखी।
इनमें राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन के तहत सुपरकंप्यूटर सुविधा, ‘परम कामरूप’ का उद्घाटन और आईआईटी गुवाहाटी में उच्च शक्ति वाले माइक्रोवेव घटकों के डिजाइन और विकास के लिए एक प्रयोगशाला शामिल है।मुर्मू ने असम में धुबरी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का भी उद्घाटन किया और डिब्रूगढ़ और जबलपुर, मध्य प्रदेश में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के क्षेत्रीय संस्थानों की आधारशिला रखी।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पूर्वोत्तर में विशेष रूप से रेल और सड़क क्षेत्र में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है जो एक समृद्ध भविष्य की ओर कदम है।
मुर्मू ने अपने सम्मान में असम सरकार द्वारा आयोजित एक नागरिक स्वागत समारोह में कहा, केंद्र पूर्वोत्तर के विकास को प्राथमिकता दे रहा है। एक्ट ईस्ट नीति का उद्देश्य क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के साथ-साथ इसकी क्षमता का दोहन करना और इसे दक्षिण पूर्व एशिया से जोड़ना भी है। उन्होंने असम की उच्च पर्यटन क्षमता का भी उल्लेख किया, जो काजीरंगा और मानस जैसे गंतव्यों को समेटे हुए है।
उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए एक अनुकूल इको-सिस्टम बना रही है जिसके परिणाम भविष्य में दिखाई देंगे। असम की अपनी पहली यात्रा पर राष्ट्रपति ने कहा कि राज्य ने उनका जिस गर्मजोशी से स्वागत किया है, उससे वह अभिभूत हैं और यह उनकी स्मृति में हमेशा बना रहेगा।
अपने भाषण के दौरान मुर्मू ने लचित बरफुकोन, ज्योति प्रसाद अग्रवाल, शंकरदेव और माधवदेव, बिष्णु राभा, भूपेन हजारिका और गोपीनाथ बोरदोलोई जैसे प्रतीकों को भी याद किया और कहा कि असम की सांस्कृतिक समृद्धि ने राज्य को देश में एक विशेष स्थान दिया है।राष्ट्रपति को देश में महिला शक्ति का अवतार बताते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य की उनकी यात्रा ने यहां के लोगों को प्रेरित और विभोर किया है। राज्यपाल जगदीश मुखी ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू देश के करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा श्रोत हैं।