न्यायपालिका में तकनीक के इस्तेमाल में भारत दुनिया में अव्वल : रिजिजू

नयी दिल्ली। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि लोगों को न्याय दिलाने में तकनीक के बढ़-चढ़कर इस्तेमाल के लिए भारत की दुनिया भर में प्रशंसा हो रही है।

श्री रिजिजू ने गुजरात के एकता नगर में विधि मंत्रियों और विधि सचिवों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान उच्चतम न्यायालय द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चली अदालती कार्यवाही की दुनिया के कई देशों ने सराहना की है।

उन्होंने कहा कि भारत का उच्चतम न्यायालय लोगों तक न्याय पहुंचाने में तकनीक के इस्तेमाल के मामले में विश्व में ‘नेतृत्वकर्ता’ बन गया। कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और देशों में वहां की सरकार के विभिन्न विभागों ने अपनी रिपोर्टों में भारत के उच्चतम न्यायालय द्वारा तकनीक को बढ़-चढ़कर अपनाने के लिए समय-समय पर तारीफ की।

उन्होंने कहा कि न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए हर स्तर पर ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 9000 करोड़ रुपए की लागत से बुनियादी ढांचे मजबूत किया जाएगा जाएगा। इस संबंध में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल 5307 रुपए (केंद्र सरकार के हिस्से की राशि) की योजना के लिए मंजूरी दी थी।

उन्होंने कहा कि कोर्ट हॉल और रिहायशी परिसरों के अलावा वकीलों के लिए अलग हॉल, शौचालय परिसर और डिजिटल कंप्यूटर रूम स्थापित किए जाएंगे।

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