अबूजा। नाईजीरिया में बाढ़ का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने पहले ही इस बात की चेतावनी दी थी कि मौसम के बदलाव का सबसे भीषण असर इस महाद्वीप पर पड़ेगा जबकि पर्यावरण को बिगाड़ने में इनकी कोई भूमिका नहीं है। यह चेतावनी अब सच साबित हो रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण नाईजीरिया में जान बचाने के लिए एक नौका से भाग रहे लोगों में से 76 लोग नाव के उलट जाने से मारे गये हैं। दरअसल वे किसी ऊंचे इलाके तक पहुंचना चाहते थे लेकिन बाढ़ के पानी की तेज रफ्तार में उनकी नाव उलट गयी।
इसके अलावा बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित बाजी जिला के कोगी में छह लोग डूब गये थे। इनमें एक बच्चा भी शामिल है। यह पूरा कस्बा ही अब पानी में पूरी तरह डूब गया है। इसके बाद भी देश में हर तरफ से बाढ़ का जलस्तर और ऊपर जाने की सूचनाएं मिल रही हैं।
जो लोग निचले इलाकों में रहते हैं वे जान बचाने के लिए ऊपरी इलाकों पर जा रहे हैं। इस कारण अब तक छह लाख लोगों को अन्यत्र चले जाना पड़ा है। इनमें से अधिकांश लोगों के घर अब जलमग्न हो चुके हैं। कच्चे मकान तो बाढ़ की चपेट में आने की वजह से तेजी से ढहते भी चले जा रहे हैं।
वैसे सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल बाढ़ में अब तक कुल तीन सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पचास लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गये हैं। अब वहां की सरकारी एजेंसी नेमा ने यह चेतावनी जारी कर दी है कि देश की सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है और वहां के तीनों बड़े डैम पूरी तरह भर चुके हैं।
कोगी के बारे में पता चला है कि देश की राजधानी यानी अबूजा से करीब दो सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस कस्बे के पास ही देश की दो सबसे बड़ी नदी नाइजर और बेनुआ का संगम स्थल है। इस वजह से यह इलाका पूरी तरह जलमग्न हो चुका है और जलस्तर और ऊपर चढ़ता ही जा रहा है।