सोल । दक्षिण कोरिया के सत्तारूढ़ दल के नेता चुंग जिन-सुक ने बुधवार को कहा कि वह उत्तर कोरिया के सातवें परमाणु परीक्षण के मद्देनजर दोनों देशों के बीच हुए 1991 में हुए परमाणु निरस्त्रीकरण की अंतर-कोरियाई घोषणा और सैन्य तनाव में कमी के समझौते को रद्द करने का आह्वान किया।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कोरियाई नेता की यह अपील दो दिन बाद आई जब उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने दक्षिण कोरियाई हवाई अड्डों पर परमाणु मिसाइल हमलों का अनुकरण करने और एक जलाशय के नीचे से परमाणु-सक्षम मिसाइल दागने सहित ‘सामरिक परमाणु’ संचालित करने वाली इकाइयों से जुड़े सैन्य अभ्यास किए।
चुंग ने इस बात इंकार किया कि वह दक्षिण कोरिया में सामरिक परमाणु हथियारों की पुन: तैनाती का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि परमाणु अप्रसार संधि को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के नेता चुंग ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘किम जोंग-उन ने 10 अक्टूबर को वर्कर्स पार्टी की वर्षगांठ पर उत्तर की सामरिक परमाणु संचालन इकाई का अनावरण किया। जिसमें बताया गया था कि उनका लक्ष्य कोरिया गणराज्य के हवाई अड्डे और बंदरगाह हैं।
उन्होंने कहा कि 1991 के परमाणु निरस्त्रीकरण की घोषणा उत्तर कोरिया के लिए महज कागज का एक टुकड़ा है। इस घोषणा के तहत दोनों कोरिया देश परमाणु हथियारों का परीक्षण, निर्माण, उत्पादन, प्राप्त, अधिकार, भंडारण, तैनाती या उपयोग नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
चुंग ने कहा, ‘‘उत्तर कोरिया अपने सातवें परमाणु परीक्षण के साथ आगे बढ़ रहा। उसके पर न केवल अंतर-कोरियाई सैन्य समझौते पर मून-जे-इन प्रशासन के दौरान किए गए हस्ताक्षर, बल्कि कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्करण पर 1991 की संयुक्त घोषणा को भी रद्द कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि घोषणा के बाद से पिछले 30 वर्षों में उत्तर कोरिया ने प्लूटोनियम और यूरेनियम आधारित परमाणु हथियारों का भंडार किया है और अब उसके पास अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल भी हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया एक ‘परमाणु हथियार डिपार्टमेंट स्टोर’ बन गया है चुंग ने कहा कि दक्षिण कोरिया को परमाणु निरस्त्रीकरण समझौते से अपने आप को बांधा नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब निर्णय लेने का समय आ गया है।