कियेब। रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर तेज हमला किया। जानकार बताते हैं कि युद्ध प्रारंभ होने क बाद से अब तक का यह सबसे भीषण हमला था। रूस ने क्रीमिया के ब्रिज पर हुए विस्फोट को आतंकवादी कार्रवाई बताया था जबकि यूक्रेन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
ब्रिज पर यातायात चालू करने के बाद अब रूसी सेना ने उन इलाकों को निशाना बनाया है, जो अब तक हमले के बाहर थे। बताया गया है कि इन हमलों की वजह से अनेक इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गयी है और कुल ग्यारह लोग इन हमलों में मारे गये हैं।
यूक्रेन की आपात सेवा के मुताबिक इन हमलों में 64 लोग घायल भी हुए हैं। रूसी सेना से यूक्रेन के ऊर्जा केंद्रों को निशाना बनाकर कई मिसाइल दागे थे। इसके अलावा कियेब के एक खेल के मैदान और एक विश्वविद्यालय का भवन भी इसकी चपेट में आ गया।
हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यह सब कुछ आतंकी कार्रवाई के खिलाफ है। दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार एंड्रिया येरमाक ने कहा कि यह रूस की तरफ से सिर्फ इंसानों को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई है। पुतिन ने क्रीमिया ब्रिज पर हमला होने के बाद भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे दी थी। इसलिए ऐसा कुछ होने वाला है, इसकी आशंका पहले से थी।
वैसे युद्ध अब जिस मोड़ पर पहुंच चुका है, उसे अत्यंत नाजुक मोड़ माना जा रहा है क्योंकि पश्चिमी देश पुतिन की इस धमकी को गंभीरता से ले रहे हैं कि आतंकी हमलों के खिलाफ रूस परमाणु हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकता है। आज यूक्रेन के शहरों पर 84 क्रूज मिसाइल दागे गये जबकि 24 ड्रोन हमले भी हुए। इनमें से कई ड्रोनों को यूक्रेन की सेना ने मार गिराया है। इससे पता चला है कि अब रूस ईरान के ड्रोनो का इस्तेमाल कर रहा है।