लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की सत्ता से सपा को बाहर करने में भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत होने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि भाजपा भाजपा और निर्वाचन आयोग ने मिलकर सपा से सत्ता छीनी है।
अखिलेश ने देश के विभिन्न राज्यों से आये पार्टी के प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान कहा कि भाजपा और निर्वाचन आयोग ने मिलकर सपा से सत्ता छीनी है। भाजपा तमाम तरह के षड़यंत्र कर रही है। वह भय, और प्रलोभन की राजनीति करती है। भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है और अहंकार में डूबी हुई है।
उत्तर प्रदेश की धरती को भाजपा अपवित्र कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए आगे की लड़ाई के लिए तैयार रहना है। तभी सन 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की मुख्य भूमिका को देखते हुए सपा सूबे से भाजपा का सफाया कर सकेगी।
सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में गुरुवार को पार्टी की कमान एक बार फिर अखिलेश को सौंपे जाने पर विभिन्न राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों ने आज पार्टी कार्यालय में उन्हें बधाई दी। इस दौरान देश भर से एकत्र हुए सपा नेताओं से अखिलेश ने कहा, ‘‘जब उत्तर प्रदेश से भाजपा भागेगी तभी केन्द्र से उसका सफाया होगा।
इसके लिए हमें बूथस्तर तक पार्टी संगठन को मजबूत बना कर जनता के बीच अपनी नीतियों एवं कार्यक्रमों को पहुंचाना होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है। भाजपा की अनैतिकता इस हद तक है कि वह सत्ता का दुरुपयोग करके निर्वाचन की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को भी प्रदूषित करती है। इस समय लोकतंत्र को बचाने के लिए समाजवादियों के जागरूक रहने की जरूरत है, तभी सपा प्रदेश और केन्द्र की सत्ता से भाजपा का सफाया करेगी।
इसके लिये भाजपा की गलत नीतियों और अन्याय के खिलाफ सपा का संघर्ष तेज किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के सपा प्रदेश अध्यक्षों ने अखिलेश ने नेतृत्व में ही देश में सत्ता परिवर्तन होने का विश्वास व्यक्त किया। सपा नेताओं ने कहा कि अखिलेश का नेतृत्व बेदाग है और वह समाज के हर वर्ग को स्वीकार्य हैं।