पौड़ी। जिलाधिकारी पौड़ी ने माना कि वनंतरा रिजॉर्ट गंगा भोगपुर को प्रशासन के आदेश पर ही तोड़ा गया था हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सिर्फ बाहरी सुरक्षा दीवार के कुछ हिस्से व गेट पर की गई है। इससे पूर्व मीडिया को दिये बयान में डीएम ने कहा था कि रिजार्ट हो को तोड़ने के कोई आदेश नहीं दिए गये थे।
मंगलवार को मीडिया को जारी विज्ञप्ति में डीएम पौड़ी ने आरोप लगाया कि विभिन्न समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया द्वारा गंगा भोगपुर तल्ला तहसील यमके वर क्षेत्रान्तर्गत वनंतरा रिसॉर्ट ध्वस्तीकरण की कुछ भ्रामक सूचनाएं फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि वनंतरा रिजार्ट के संबंध में प्रारंभिक जानकारी प्राप्त की गई थी। जिसमें अवैध अतिक्रमण की पुष्टि होना पाया गया।
22 व 23 सितम्बर को पुलिस विभाग द्वारा रिसॉर्ट में जाकर घटना से संबंधित समस्त साक्ष्य संकलन की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी थी। तद्पश्चात समस्त दस्तावेजों का परीक्षण कर उक्त अवैध अतिक्रमण को नियमानुसार ध्वस्त किया गया था।
जिसमें बाहरी सुरक्षा दीवार का कुछ हिस्सा और गेट शामिल था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुष्टि की गयी है कि सबूतों से किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं की गयी है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया में रिजार्ट को तोड़े जाने को लेकर यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। माना जा रहा है कि विधायक ने जेसीबी से रिजार्ट के कुछ हिस्से को ध्वस्त किया, इससे सबूतों को नष्ट किया गया।
स्वयं मृतका के पिता ने भी रिजार्ट को तोड़े जाने का विरोध किया था।डीएम ने कहा इस संबंध में भ्रामक और तथ्यहीन खबरें फैलाई जा रही हैं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस घटना से जुड़े हर पहलुओं पर गंभीरता पूर्वक एवं तत्परता से कार्य कर रहे हैं।
गंगा भोगपुर तल्ला तहसील यमके वर क्षेत्रान्तर्गत वनंतरा रिसॉर्ट ध्वस्तीकरण की भ्रामक सूचनाएं जो कि विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हो रही हैं का जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा खंडन किया जाता है।