देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने पौड़ी के पटवारी वैभव प्रताप को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के मुताबिक अंकिता हत्याकांड में पटवारी की भूमिका भी संदिग्ध दिख रही है।
यहां यह बताना जरूरी है कि उत्तराखंड के कई जनपद राजस्व पुलिस के अधीन है। अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अंकिता के पिता ने पटवारी वैभव प्रसाद को फोन किया था ताकि अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई जा सके लेकिन पटवारी ने पूरी बात सुनने के फोन बंद कर दिया और चार दिन के लिए छुट्टी पर चला गया।
मामला की गंभीरता को देखते अंकिता हत्याकांड का मामला राजस्व पुलिस से हटाकर रेगुलर पुलिस को दिया गया। उसके बाद पटवारी वैभव प्रताप ड्यूटी ज्वाइन करने आया। इस बीच प्रारंभिक पड़ताल से पता चला है कि आरोपी पुलकित आर्य की पटवारी के साथ दोस्ती थी।
माना जा रहा है कि एक षड़यंत्र के तहत ही अंकिता की हत्या की गई है। एस आई टी मामले की छानबीन कर रही है।