नयी दिल्ली। पति और पत्नी दोनों के कामकाजी होने के कारण पुरुष धीरे धीरे रसोई में खाना बनाने में हाथ बंटा रहे है और कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से किचन की ओर पुरुषों का आकर्षण बढ़ा है। एक हजार परिवारों पर किये गये एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है। इसमें कहा गया है कि देश में 70 प्रतिशत से ज्यादा पति अब नियमित रूप से खाना पकाते हैं।
कोरोना के दौरान या कोरोना के बाद पहली बार खाना पकाने के लिए 66 प्रतिशत पतियों ने किचन में प्रवेश किया। इमामी मंत्र मसाला ने उपभोक्ताओं के व्यवहार संबंधी ट्रेंड्स को समझने के लिए क्राउनइट मार्केट रिसर्च के साथ मिलकर किचन ट्रेंड्स पर यह सर्वेक्षण किया जिसमें 35 साल की उम्र के पुरुषों एवं महिलाओं ने भाग लिया। इसमें भारत के उच्च एवं मध्यम वर्ग के परिवारों भाग लिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 74 प्रतिशत विवाहित पुरुष हफ्ते में कम से कम चार से पांच बार खाना पकाने में हाथ बंटाते हैं। सर्वेक्षण में शामिल 93 प्रतिशत लोगों का मानना है कि परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर खाना पकाने से आपसी मेलजोल और प्यार को बढ़ावा मिला है।
कोरोना से पहले की तुलना में अब 97 प्रतिशत परिवार खाना पकाने के लिए स्वास्थ्यवर्धक सामग्रियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सर्वेक्षण में शामिल 95 प्रतिशत परिवारों का कहना है कि कोरोना के बाद उनके घर के बने खाने में विविधता आई है।
92 प्रतिशत लोगों ने संकेत दिया कि वह मसालों की अलग-अलग किस्मों का ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं। 88 प्रतिशत घरों से यह संकेत मिला कि वह अब ताजे फल और सब्जियां ज्यादा खाने लगे हैं। 53 प्रतिशत घरों में फ्रोजन फूड की खपत बढ़ने का भी संकेत मिला है।