नैनीताल। कुमाऊं मंडल में बरसात से 20 से अधिक सड़कें बंद हो जाने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पिथौरागढ़ जिला आपदा प्रबंधन केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार उच्च हिमालयी क्षेत्र में पिछले 24 घंटे से हो रही बरसात से पिथौरागढ़-धारचूला व घटियाबगड़-लिपूलेख सीमा मार्ग विभिन्न जगहों में मलबा आने से बंद हो गया है।
जिससे चीन सीमा से सम्पर्क पूरी तरह से कट गया है। यहां लखनपुर व मालपा के बीच करीब छह स्थानों पर भूस्खलन होने से चीन सीमा को जोड़ने वाला कैलाश मानसरोवर मार्ग पिछले दो दिन से बंद है। इसी प्रकार पिथौरागढ़- धारचूला के बीच भी लखनपुर के पास मलबा आने से पिथौरागढ़-धारचूला बार्डर मार्ग बंद भी हो गया है। जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है।
घाट-पिथौरागढ़ राजमार्ग भी चुपकोट बैंड, दिल्ली बैंड, घाट चौकी व गुरना के पास मलबा आने से बंद है। नैनीताल जनपद में कार्बेट से सटे क्यारी गांव में पर्यटकों की कार तेज बहाव की चपेट में आ गयी। जिससे कार में सवार पर्यटकों की जान सांसत में आ गयी। पर्यटकों को कार से बमुश्किल बाहर निकाला गया और बड़ी अनहोनी टल गयी।
चंपावत जनपद में भी बरसात के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 309 पनार पुल के पास मलबा आने बाधित हो गया है। एनएच 09 भी विभिन्न जगहों में मलबा आने से पूरी तरह से ठप हो गया है। मंच-तामली राजमार्ग भी मोन पोखरी के पास मलबा आने से बंद है। इनके अलावा जिले में 20 ग्रामीण मार्ग भी बंद हो गये हैं। चंपावत के लोहाघाट में डूंगराबोरा, मटियानी व सुल्ला में कुछ परिवारों को सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है।