विधानसभा अध्यक्ष का निर्णय सराहनीय: त्रिवेंद्र

प्रदेश सरकार की सुशासन नीति को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाने वाला फैसला

जनप्रतिनिधियों में नैतिक मूल्य होने चाहिए: त्रिवेंद्र

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के सख्त फैसले को सराहनीय कदम बताया है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से कम समय में जांच रिपोर्ट आई और कार्रवाई की गई, वह प्रदेश सरकार की सुशासन नीति को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इससे प्रदेश के युवाओं का मनोबल निश्चय ही बढ़ेगा। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने जिस तरह से पूरे मामले की संवदेनशीलता को समझते हुए प्रदेश हित में त्वरित फैसला लिया, उससे आम जनमानस के मन में उनके प्रति विश्वास और गहरा हुआ है।
शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आवास में पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि पार्टी का रूख बड़ा स्पष्ट है कि भाई-भतीजावाद हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है। ऐसे में भविष्य में भी इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों में नैतिक मूल्य होने चाहिए।

क्योंकि नैतिक मूल्य होंगे तभी हम अच्छे राजनेता भी हो सकते हैं और समाज में भी मान प्रतिष्ठा पा सकते हैं। इसलिए जनता के विश्वास पर खरा उतरना और जनसरोकारों के मुद्दों पर मुखर रहना प्रत्येक जनप्रतिनिधि की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा बैकडोर भर्ती को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी का निर्णय निश्चित रूप से सराहनीय है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी जी ने मेरे साथ 4 साल विधायक के रूप में काम किया हे।

उनकी ईमानदारी, प्रतिबद्धता और उनकी मजबूत पृष्ठभूमि किसी से छिपी नहीं है, ऐसे में एक बड़ा फैसला लेकर वह निःसंदेह सभी की अपेक्षाओं पर खरी उतरी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि तमाम भर्तियों को निरस्त करने का काम जो उन्होंने किया है, उससे जो हमारे युवा हैं या जो भविष्य हैं उनके मन में सरकार के प्रति विश्वास कायम होगा। और एक संदेश भी जाएगा कि यदि कोई अनियमितता कर भी रहा है तो उसको ठीक करने वाले भी हैं। इसलिए मैं इस निर्णय को तहेदिल से स्वीकार करता हूं।

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