कीव । यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव के बीच दोनों ही पक्षों ने अपनी -अपनी ओर से युद्धबंदियों की रिहाई की है। रूस ने 215 तो यूक्रेन ने 55 युद्धबंदियों का रिहा किया है । दोनों पक्षों के बीच 24 फरवरी से शुरू हुए युद्ध के बीच अभी तक की युद्धबंदियों की यह सबसे बड़ी अदला-बदली है।
बीबीसी की रिपोर्ट में जानकारी दी गयी। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रूज ने कहा कि रूस समर्थित सेना ने पूर्वी यूक्रेन से पांच ब्रिटिश नागरिकों को छोड़ा है। रिपोर्ट में बताया गया कि यूक्रेन की ओर से लड़ते हुए रूसी सेना द्वारा पकड़े गये एडिन आसलिन, जॉन हार्डिंग और शॉन पिनर घर वापस आयेंगे। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय प्रमुख एनड्री येरमार्क ने तुर्की और सऊदी अरब की मदद से युद्धबंदियों की रिहाई के लिए किये गये प्रयासों के कारण मिली इस बड़ी सफलता पर खुशी जतायी है।
रूस द्वारा छोडे गये 215 युद्धबंदियों में अजोव बटालियन के कमांडर भी शामिल हैं। यूक्रेन द्वारा वापस भेजे गये 55 रूसी सैनिकों में रूस समर्थक यूक्रेनी राजनेता विक्टर मेदवेदचुक भी शामिल हैं। करीब चार सप्ताह पहले यूक्रेन में उनकी ओर से लड़ रही अजोव बटालियन के सैनिक हीरो की तरह देखे जा रहे थे।
अजोव बटालियन ने मारियुपॉल शहर के अजो वस्टाल स्टीलवर्क में कई बंकर और सुरंगे खोदी थीं। बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से युद्धबंदियों की रिहाई के लिए चुने गये समय को रोचक बताया है। यह रिहाई तब की गयी जब रूसी राष्ट्रपति ने टेलीविजन पर दिये भाषण में सीमित रूप से सेना को उन इलाकों में भेजे जाने की घोषणा की यूक्रेन में जहां कथित रूप से रूस ने जनमतसंग्रह कराना है और यह इलाके रूसी समर्थित सेना के कब्जे में हैं।
रूस के द्वारा की गयी इस कार्रवाई को उकसावे की कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। अपने क्षेत्र को वापस लेने के लिए लड़ रही यूक्रेनी सेना की आक्रामक कार्रवाई के बीच ऐसे फैसलों से युद्धक्षेत्र में नुकसान की आशंका प्रबल है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अपील की है कि यूक्रेन पर युद्ध थोपने को लेकर रूस की जिम्मेदारी तय करने के लिए एक न्यायाधिकरण बनाया जाए। दूसरी ओर रूसी पुलिस ने यूक्रेन में लड़ने के लिए अतिरिक्त सेना भेजे जाने के राष्ट्रपति के फैसले के विरोध में हजारो लोग सड़कों पर उतरे और हजारों को गिरफ्तार भी किया गया है।