नयी दिल्ली।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कड़ा हमला करते हुए कहा है कि पिछले आठ साल में बेरोजगारी तथा महंगाई चरम पर पहुंची है और सरकार ने इसे रोकने के प्रयास करने की बजाए जन विरोधी कदम उठाकर भय और नफरत फैलाने का काम किया है।
गांधी ने सरकार की नीतियों के खिलाफ पार्टी की “महंगाई पर हल्ला बोल’’ रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हालात आज बहुत खराब हो गये हैं। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है, तब से देश में नफरत और क्रोध बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के आने बाद नफरत लगातार फैल रही है लेकिन सरकार उसे रोक नहीं रही है। इसी तरह से देश में डर का माहौल है और यह लागातार बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के आने क बाद से एक नहीं कई डर पैदा हुए हैं। सरकार की गलत नीतियों के कारण लोगों में अपने भविष्य का डर है, महंगाई का डर है और बेरोजगारी का डर है।
कांग्रेस नेता ने कहा,“मुश्किल यह है कि यह डर कम नहीं हो रहा है, ये डर बढ़ता जा रहा है, इसके कारण हिंदुस्तान में नफरत बढ़ती जा रही है। नफरत से लोग बंटते हैं, देश बंटता है, देश कमजोर होता है।”
उन्होंने कहा,“आज महंगाई और बेरोजगारी ने देश में सबसे ज्यादा मुश्किल पैदा कर दी है। देश जिन मुश्किलों से गुजर रहा है इसका पूरा श्रेय भाजपा की गैर-जिम्मेदार सरकार को जाता है। आज देश अगर चाहे भी तो अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। आपको आज जो बेरोजगारी दिख रही है, वो आने वाले समय में और बढ़ेगी।
श्री गांधी ने कहा कि मोदी सरकार गरीब और आम लोगों को हर तरह से दर्द देने का काम कर रही है। युवाओं को बेरोजगारी का दर्द, गरीबों को महंगाई का दर्द और अन्य लोगों में नफरत का दर्द बांटा जा रहा है। नफरत से समाज टूटता है और बेरोजगारी से युवा तथा महंगाई से घर परिवार का बजट तबाह हो रहा है।
उन्होंने कहा कि लोगों को एक तरफ बेरोजगारी की चोट लग रही है तो दूसरी तरफ महंगाई की मार पड़ रही है। साल 2014 में रसोई गैस का सिलेंडर 410 रुपए का था जो आज 1050 रुपए का हो चुका है। इसी तरह से तब पेट्रोल 70 प्रति लीटर था जो आज 100 प्रति लीटर पर है, डीज़ल तब 55 प्रति लीटर था और आज 90 रुपए प्रति लीटर पर है। सरसों का तेल 90 प्रति लीटर से बढकर आज 200 प्रति लीटर पर है।
सरकार पर तीखे स्वर में हमला करते हुए उन्होंने कहा,“मोदी जी, ये लीजिए महंगाई का पूरा ब्यौरा, आटे से लेकर, तेल, सिलेंडर, दूध, पेट्रोल, के दामों में आपने आग लगा दी है। लीटर छोड़िए, जनता की फ़िक्र कीजिए। हिंदुस्तान के आम नागरिक बहुत मुश्किल में हैं, बहुत दर्द सह रहे हैं। विपक्ष इन बातों को संसद में उठाना चाहता है तो तब मोदी सरकार विपक्ष को संसद में बोलने नहीं देती है।”