पिथौरागढ़ । आठ लाख की ऑनलाइन ठगी करने वाले चार लोगों को पिथौरागढ़ पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। पिछले वर्ष 18 नवंबर को ललित चन्द्र पन्त निवासी चिटगल, गंगोलीहाट ने थाना गंगोलीहाट में एक तहरीर दी थी।
जिसके अनुसार किसी व्यक्ति ने उनके मोबाइल की वैधता समाप्त होने तथा सेवाएं जारी रखने के लिए तुरन्त दिये गये नंबर पर कॉल करने को बताया।
ललित चन्द्र ने दिये नंबर पर कॉल किया तो किसी अनजान व्यक्ति ने खुद को बीएसएनएल का अधिकारी बताया और उनके खाते से 50 हजार 6 0रुपये गायब कर दिये। पुलिस ने इस संबंध में आईपीसी की धारा 420 व 66 डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया।
वहीं विगत 15 जनवरी को राजेंद्र सिंह ने कोतवाली पिथौरागढ$ में तहरीर दी कि किसी अनजान आदमी ने उनसे एसबीएम व स्लाइस एप डाउनलोड कराकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर 5 लाख 50 हजार रुपये ठग लिये।
इसके अलावा इसी वर्ष 16 फरवरी को हिम्मत सिंह निवासी धुर्चू पिथौरागढ़ ने कोतवाली पिथौरागढ़ में एक तहरीर दी। बताया कि उनके पैसे एटीएम में फंस जाने के कारण उन्होंने एसबीआई कस्टमर केयर में बात की, जिस पर किसी व्यक्ति ने उनसे एटीएम नंबर व ओटीपी मांगा। इसके बाद उनके खाते से 1 लाख 10 हजार 208 रुपये उड़ा लिये गये ।
इधर विगत 11 अप्रैल को अनुष्का महर ने कोतवाली पिथौरागढ$ में तहरीर दी। बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया। जिसमें फोन-पे में ऑफर देने के नाम पर एक क्लिक में उनके खाते से 62 हजार 76 रुपये गायब हो गये।
सभी मामलों में मुकदमा दर्ज होने के बाद थानाध्यक्ष गंगोलीहाट मदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में आरोपितों की तलाश के लिए गठित टीम ने जांच पड़ताल शुरू की।
जांच में सामने आए आरोपितों क्रमश: विकास मंडल पुत्र स्व. ईश्वर मंडल निवासी लटईया, नारायणपुर झारखंड, नईम अंशारी पुत्र चरकू मियां निवासी ताराबहाल, थाना करमाताण झारखंड, मकसूद अंसारी निवासी झारखंड तथा शिवनाथ दत्ता निवासी मदनारी झारखंड को सीआरपीसी की धारा 41 का नोटिस तामील कराया गया। पुलिस ने सभी आरोपितों को समय पर पुलिस और न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होने की हिदायत दी है।