लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नशे का काला कारोबार करने वालों को ‘राष्ट्रीय अपराधी’ बताते हुए नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिये राज्य में मादक पदार्थ निरोधक कार्य बल (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स, एएनटीएफ) का गठन किया है।
प्रदेश में दंगाइयों और अपराधियों पर शिकंजा कसने के बाद अब योगी सरकार ने प्रदेश के ड्रग माफिया तंत्र को ध्वस्त करने के लिये एएनटीएफ का गठन किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मंगलवार को जारी बयान के अनुसार योगी ने पिछले कुछ समय से मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे राज्यव्यापी अभियान की समीक्षा करते हुए एएनटीएफ के गठन को नशा मुक्त समाज की दिशा में अहम पहल बताया।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध) के मातहत काम करने वाले टास्क फोर्स के संचालन के लिये केन्द्र सरकार की विशिष्ट एजेंसियों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, सेंट्रल ब्यूरो आफ नारकोटिक्स और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) से प्रतिनियुक्ति पर अधिकारी तैनात किये जायेंगे।
योगी ने ड्रग और अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करते हुए एएनटीएफ को नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के निर्देश दिए है। इसके तहत मंडल स्तर पर नारकोटिक्स पुलिस थानों की स्थापना की जाएगी।
पहले चरण में बाराबंकी और गाजीपुर में थाना स्थापित होगा। वहीं एएनटीएफ को पूरे उत्तर प्रदेश में पश्चिम, मध्य और पूर्वी क्षेत्र में विभाजित किया गया है। पश्चिमी क्षेत्र के अन्तर्गत मेरठ, बरेली, आगरा, मध्य क्षेत्र के अन्तर्गत लखनऊ, कानपुर तथा पूर्वी क्षेत्र के अन्तर्गत प्रयागराज, गोरखपुर व वाराणसी मंडल शामिल होंगे।
प्रदेश मुख्यालय स्तर पर इसकी कमान ‘प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक’ (एएनटीएफ) के हाथों में होगी। उनके साथ पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) आपरेशन एवं पुलिस अधीक्षक (एनएटीएफ) मुख्यालय पर नियुक्त रहेंगे। इसके साथ ही मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय और पुलिस उपाधीक्षक-आपरेशन एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय नियुक्त होंगे। पश्चिम, मध्य और पूर्वी क्षेत्र के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक होंगे।