चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले की गंगरार थाना पुलिस ने एक अफीम तस्कर को दिल्ली बुला अपहरण करने के मामले में दो बदमाशो को गिरफ्तार करते हुए तस्कर को मुक्त करवा लिया है। मामला मिलावटी अफीम देने से जुड़ा हुआ सामने आया है।
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यनत ने बताया कि खारखंदा निवासी आशा जाट ने गत 20 अगस्त को गंगरार थाने पर अलवर के ग्राम जखराना हाल हरियाणा के नारनोल शहर की नई आबादी कॉलोनी निवासी पुष्पेन्द्र यादव ने उसके पति मिट्ठूलाल जाट को लैब्राडोर कुत्ता दिलाने के नाम पर दिल्ली बुलाया और उसके बाद उन्ही के फोन से एक करोड़ की फिरौती मांगी।
थानाधिकारी शिवलाल मीना ने जाँच में पाया कि आरोपी पुष्पेन्द्र खारखंदा स्थित दादु पंथी आश्रम में हरियाणा के एक संत के साथ आता रहता था। पुलिस को तकनीकी आधार पर पता चलने पर पुष्पेन्द्र को हरियाणा के नारनोल से पकड़ा तो पूछताछ में उसने बंधक तस्कर को अपने साथी झझर जिले के मातनहेल गांव निवासी भारत जाट के घर बंधक बनाया हुआ है।
इस पर पुलिस ने अपह्त तस्कर को हरियाणा पुलिस की मदद से मुक्त करवाया और उसे आरोपियों के साथ यंहा ले आई। घटना में काम ली गई थार जीप भी जप्त की गई है। पूछताछ में मुख्य आरोपी पुष्पेन्द्र ने बताया कि वह जिस संत के साथ यंहा आया था उसे स्वयम् के सेवन के लिए मिट्ठूलाल ने डेढ़ लाख रुपये लेकर अफीम उपलब्ध करवाई थी जो मिलावटी थी।
जिस पर मिट्ठूलाल का अपहरण किया था। पुलिस अब इस मामले को अफीम तस्करी से जुड़ा होने के चलते जाँच क्र रही है। थानाधिकारी ने बताया कि जाँच के बाद ही मिट्ठूलाल और अफीम खरीदने वाले संत के विरुद्ध एनडीपीएस में प्रकरण दर्ज़ किया जायेगा।