चिन्यालीसौड़। टिहरी बांध की झील का जलस्तर बढ़ते ही झील में एकत्रित कूड़ा कचरा व सड़े गले जानवरों की दुर्गन्ध से क्षेत्रों में महामारी फैलने का लोगों में भय बना हुआ है। जलस्तर के बढ़ने से नदी तटवर्ती क्षेत्रों में भूस्खलन और भू-धसाव की घटनाएं भी तेज हो गई है।
स्थानीय लोगों ने झील से गंदगी हटाने तथा भूस्खलन को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य करने की मांग की है तथा ऐसा न होने पर टीएचडीसी के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।
वर्तमान समय में टिहरी बांध की झील का जलस्तर को 81.5 पहुंचने से चिन्यालीसौड़ में देवीसोड झील पर बने पुराने पुल पर भारी मात्रा में कचरा जमा होने तथा सड़े गले जानवरों से निकल रही बदबू से सीमावर्ती क्षेत्रों में निवास कर रहे लोगों ,स्कूली बच्चों के साथ आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा इससे इलाके में महामारी फैलने का भी लोगों में भय बना हुआ है।
बांध की झील में कचरा और सडे गले जानवरों की बदबू आने से परेशान लोगों ने टिहरी बांध प्रशासन के खिलाफ भारी नाराजगी व्यक्त की है तथा शीघ्र झील को साफ न करने पर आंदोलन की धमकी दी है।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शूरवीर सिंह रांगड़, व्यापार मंडल अध्यक्ष .कृष्णा प्रसाद नौटियाल भाजपा मंडल अध्यक्ष पूनम रमोला, अंकित रमोला रजत नोटियाल, गंभीर सिंह पवार आदि ने बुधवार को टिहरी प्रशासन को फोन कर अवगत कराया गया कि यथाशीघ्र टिहरी बांध की झील पर जमा कचरे की सफाई कर दी जाए तथा झील भराव के बाद होने वाले दुष्परिणामों को देखते हुए समय से सुरक्षा के इंतजाम किए जाए।
स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए बुधवार दोपहर बाद टिहरी बांध प्रशासन ने बार्ज वोट के जरिए झील की सफाई का कार्य शुरू कर दिया है। सफाई कार्य में लगे टीएचडीसी के बांध विभाग अधिकारी कीर्ति दत्त बलोनी ने बताया कि झील में फैली गंदगी को दूर करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।