देहरादून। राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी), देहरादून द्वारा भारत में पहली बार पुनर्वास और विशेष शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययन बोर्ड (बोर्ड ऑफ़ स्टडीज) की बैठक आयोजित करने का ऐतिहासिक कार्य किया गया है।
अध्ययन बोर्ड में शिक्षा और विशेष शिक्षा के क्षेत्र में कई प्रख्यात व्यक्तित्व डॉ के. आर. भट्ट, रजिस्ट्रार, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड की अध्यक्षता में शामिल हुए। अध्ययन बोर्ड के अध्यक्ष ने भारतीय पुनर्वास परिषद् / विश्वविद्यालय कार्यक्रमों के संदर्भ में सूक्ष्म विवरण के साथ अच्छी तरह से परिभाषित पाठ्यक्रम लाने में किए गए प्रयासों के लिए निदेशक, एनआईईपीवीडी और संकाय सदस्यों को बधाई दिया।
विचार-विमर्श के उपरान्त दस कार्यक्रम जैसे – एम.फिल (पुनर्वसन मनोविज्ञान), एम.फिल (नैदानिक मनोविज्ञान), पुनर्वास मनोविज्ञान में पीजी डिप्लोमा, बी.एससी.-एम.एससी. इंटीग्रेटेड (एप्लाइड साइकोलॉजी), बी.एड. विशेष शिक्षा (दृष्टीबाधा), एम.एड. विशेष शिक्षा (दृष्टीबाधा), बी.एड. विशेष शिक्षा (बहुविक्लांगता), बी.एड. विशेष शिक्षा (बधिरान्धता), एम.ए. सामाजिक कार्य (विकलांगता अध्ययन और कार्य) और बी.एड.-एम.एड. एकीकृत कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय मानक से समायोजन और ठएढ 2020 के प्रत्येक पहलू को संदर्भित करते हुए पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया। इन दस अभिनव पाठ्यक्रमों को दिव्यांगजदिव्यांगजनों की जरूरतों को पूर्ण करने के लिए विकसित किया गया है।