विशेष प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक सूचना में शक्तियों को लेकर हुआ टकराव
देहरादून। चंद रोज पहले मुख्यमंत्री से अनुमोदन लेकर सूचना एवं मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव ने सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक को देहरादून से हटाकर हल्द्वानी मीडिया सेन्टर से संबद्ध कर दिया था।
उसके अगले दिन से ही महानिदेशक सूचना अवकाश पर चले गए, इसलिए संयुक्त निदेशक देहरादून महानिदेशालय में ही डटे रहे। उन्होंने विशेष प्रमुख सचिव के आदेश को शक्तियों में त्रुटि के चलते नहीं माना क्यों कि उन्हें महानिदेशक की ओर से कोई भी पत्र जारी नही हुआ।
अब सूचना महानिदेशक ने अवकाश से वापस आते ही विशेष सचिव सूचना एवं मुख्यमंत्री के आदेश को दरकिनार करते हुए विभागीय अधिकारियों में कार्यों के आवंटन का आदेश जारी कर दिया है।
जिसमें से संयुक्त निदेशक को पूर्व की भांति देहरादून महानिदेशालय में कार्य करने का आदेश जारी किया गया है।
अब सवाल है कि विशेष सचिव सूचना के आदेश की क्या value मानी जायेगी, या फिर सूचना विभाग की नियमावली के तहत सभी अधिकार सूचना महानिदेशक के पास ही है। इस टकराव का असर सूचना विभाग के काम काज पर पड़ना लाजिमी है।
दरअसल सूचना विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। इसके पहले भी कई मुख्यमंत्रियों ने सूचना विभाग के अधिकारियों पर लगाम लगाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए। देखना है, इस टकराव का असर कब तक रहता है।