देहरादून। हेलंग में अबोध बच्ची को एक घंटा कस्टडी में रखने के मामले में बाल आयोग ने पुलिस अधीक्षक चमोली से पांच दिन के भीतर जवाब मांगा है। आयोग ने जिलाधिकारी चमोली के साथ ही पुलिस महानिदेशक को भी इस आदेश की प्रति भेजी है।
उल्लेखनीय है कि माले नेता इंद्रेश मैखुरी ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग से इस मामले की शिकायत की थी। आयोग के सदस्य विनोद कपरवाण ने पुलिस अधीक्षक को लिखा है कि भाकपा (माले) के प्रदेश सचिव इन्द्रेश मैखरी ने पुलिस द्वारा जोशीमठ ब्लाक के हेलंग में महिलाओं और बच्चों को हिरासत में लिये जाने संबंधी शिकायत आयोग से की है।
उल्लेखनीय है कि माले नेता इंद्रेश मैखुरी ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग से इस मामले की शिकायत की थी। आयोग के सदस्य विनोद कपरवाण ने पुलिस अधीक्षक को लिखा है कि भाकपा (माले) के प्रदेश सचिव इन्द्रेश मैखरी ने पुलिस द्वारा जोशीमठ ब्लाक के हेलंग में महिलाओं और बच्चों को हिरासत में लिये जाने संबंधी शिकायत आयोग से की है।
शिकायत में अवगत कराया गया है कि जोशीमठ ब्लाक के हेलंग में घास काट कर लौट रही महिला से घास छीनने और उन्हें गिरफ्तार करने की घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय है।
इस प्रकरण में जिस बात पर सबसे कम ध्यान दिया जा रहा है वो यह है कि न केवल महिलाओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया बल्कि एक डेढ-दो साल की बच्ची को भी पुलिस कस्टडी में लिया गया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि बच्चे को एक घंटे से अधिक समय तक पुलिस के वाहन में बिना पानी दूध आदि के बैठाकर रखा गया। आयोग ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इसकी आख्या पांच दिन के भीतर आयोग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।