देश की संपदा को लगातार बेचना ही हैं शायद गुजरात मॉडल : भूपेश

रायपुर  । देश की संपदा को लगातार बेचना ही शायद गुजरात मॉडल हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  बघेल ने  प्रोफेशनल कांग्रेस के पांचवें राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश में अर्थव्यवस्था की चर्चा है। छत्तीसगढ़ की अर्थनीति और छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा पूरे देश में है।

जबकि हमारा देश गुजरात मॉडल को भोग रहा है। देश देख रहा है कि गुजरात मॉडल का क्या हश्र हुआ है, आज 9 साल बाद कोई गुजरात मॉडल की चर्चा नहीं करता, जब देश में महंगाई, गरीबी, भुखमरी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ मॉडल, हम सबका मॉडल है जो हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार से जोड़ रहा है।

जबकि देश की संपदा को लगातार बेचना ही शायद गुजरात मॉडल है। हमारी सरकार ने न्यूनतम आय और न्यूनतम आवश्यकता पर जोर दिया। हमने न्यूनतम आवश्यकता में भोजन, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्यम क्षमता को बढ़ावा देने का काम किया। योजनाएं बनाईं, उन्हें लागू किया।

साढ़े तीन सालों में हमने 12 हजार नालों को चार्ज किया है। पानी है तो जंगल हरे हैं, जंगल में उत्पादकता बढ़ेगा, वनोपज होगी। जलस्तर जहां जहां नीचे गया है, वहां कृषि, उद्योग, व्यापार नीचे गया है। श्री बघेल ने कहा कि जल प्राथमिक और पहला घटक है इसलिए हमारा नारा है छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी।

हमने सी-मार्ट शुरू किया है, जहां स्थानीय स्तर पर 600 से ज्यादा प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं उन्हें बेचा जा रहा है। नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट में जाने का हमारा प्रयास जारी है। यहां लोगों के चेहरे में खुशी है, आत्मविश्वास है, गर्व है, यह अद्भुत है। प्रोफेशनल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद शशि थरुर ने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ में विकास और बदलाव हो रहे हैं, हम पूरे देश में यह करना चाहते हैं।

हमें संख्या से ज्यादा गुणवत्ता पर केंद्रित होकर काम करना है। आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के लिए हर राज्य में समर्पित सदस्य बनाने हैं। जो हमारी संस्कृति, परंपरा के प्रति समर्पित रहकर उस आगे ले जाने का काम करें। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसानों, मजदूरों और सभी वर्गों के लिए जिस तरह से कल्याणकारी योजनाएं बनाईं हैं, वह एक मिसाल है।

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