लखनऊ। चाचा शिवपाल ने अखिलेश यादव को आइना दिखाते हुए नसीहत दी है। शिवपाल ने कहा की मुलायम सिंह यादव के लिये अपमानजनक बयान देने वाले यशवंत सिन्हा को समर्थन देना उचित नहीं है। अखिलेश को आपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिये।
शिवपाल ने अखिलेश को एक पत्र लिखकर कहा कि सपा ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन करने का फैसला किया है, जिसने पार्टी के प्रेरणा स्रोत मुलायम सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट बताकर अपमानित किया था।
शिवपाल ने ट्वीट कर कहा, सपा के वर्तमान नेतृत्व ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया है,जिसने हम सभी के अभिभावक और प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत आदरणीय नेताजी को ‘आईएसआई’का एजेंट बताया था। पार्टी नेतृत्व के इस फैसले के विरुद्ध मेरी घोर असहमति है। नेताजी के अपमान की शर्त पर कोई फैसला मंजूर नहीं।
उन्होंने अपने ट्वीट के साथ अखिलेश को लिखे पत्र एवं यशवंत के उस बयान की अखबार में प्रकाशित खबर की कतरन भी चस्पा की है, जिसमें उन्होंने मुलायम सिंह को देश के रक्षा मंत्री रहते आईएसआई का एजेंट बताया था। शिवपाल ने पत्र में इसे एक संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा को राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला। यह कहते हुए मुझे दुख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आग बबूला हो जाते थे, आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं।
इतना ही नहीं शिवपाल ने पत्र में यह भी लिखा, ऐसा लगने लगा है कि पूरी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गयी है। उन्होंने पत्र के अंत में अखिलेश को सुझाव देते हुए कहा,प्रिय अखिलेश जी मुझे अपनी सीमायें पता हैं आप समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं, ऐसे में मेरा सुझाव है कि उपरोक्त बिंदुओं के आलोक में अपने फैसले पर पुनर्विचार करें।